मोदी सरकार की तरफ से लाए गए तीन कृषि क्षेत्र में सुधार संबंधी कानूनों के विरोध में किसानों का लगातार प्रदर्शन जारी है. शनिवार को किसान संगठनों और सरकार के बीच इस मुद्दे के समाधान के लिए पांचवें दौर की बैठक होने जा रही है. इधर, राजधानी दिल्ली के बॉर्डर पर हजारों की संख्या में हरियाणा, पंजाब और अन्य राज्यों से आए किसानों का लगातार 10वें दिन प्रदर्शन जारी है. पंजाब और हरियाणा से शुरू होकर यह प्रदर्शन कई राज्यों में फैल गया है. आइये जानते हैं आज कहां-कहां पर नए कृषि कानूनों के विरोध में प्रदर्शन चल रहा है:


बिहार से तमिलनाडु तक प्रदर्शन


बिहार में नए कृषि कानूनों को वापस लेने के विरोध में बिहार की मुख्य विपक्षी पार्टी राष्ट्रीय जनता दल सड़क पर उतर आई है. आरजेडी ने पटना के गांधी मैदान  कृषि कानून के विरोध में प्रदर्शन किया. आरजेडी नेता तेजस्वी यादव ने कहा- “हम मांग करते हैं कि केन्द्र काले कानूनों को वापस ले. ”





 इधर, तमिलनाडु में भी नए कृषि कानूनों का जोरदार विरोध प्रदर्शन किया जा रहा है. डीएमके के अध्यक्ष एम.के. स्टालिन ने कृषि कानूनों के विरोध में सलेम में प्रदर्शन रैली का आयोजन किया. उन्होंने कहा- हम कानूनों के खिलाफ कोर्ट गए. केरल और पंजाब पहले ही कोर्ट में जा चुके हैं. हमारे मुख्यमंत्री ने कहा कि वे सबसे पहले किसान हैं तो फिर क्यों वे कदम नहीं उठाते हैं.





पंजाब-हरियाणा में जारी प्रदर्शन


इधर, कृषि कानूनों के विरोध में पंजाब और हरियाणा में भी लगातार किसानों का विरोध प्रदर्शन जारी है. हालांकि, कृषि मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर शनिवार को किसान संगठनों के साथ होने वाली बैठक को लेकर काफी सकारात्मक हैं. उन्होंने कहा- आज 2 बजे बैठक निर्धारित है. मुझे पूरी उम्मीद है कि किसान सकारात्मक सोचेंगे और आंदोलन खत्म होगा.


इधर, दिल्ली स्थित बुराड़ी के निरंकारी समागम ग्राउंड में एक प्रदर्शनकारी ने कहा- आज हम केन्द्र सरकार के साथ बातचीत में सकारात्मक उम्मीद कर रहे हैं. हम तब तक नहीं रुकेंगे जब तक सरकार हमारी मांगों को नहीं मान लेती है. हम इस आंदोलन को और बड़ा करेंगे.


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