राहुल गांधी ने शिकागो यूनिवर्सिटी के इंस्टीट्यूट ऑफ पॉलिटिक्स के साथ किसान आंदोलन समेत कई मुद्दों पर चर्चा करते हुए शुक्रवार की रात को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पर सपना बेचने का आरोप लगाया. उन्होंने कहा कि एक समय के बाद जिनसे वादा किया होता है वो पूरा करना होता है. राहुल ने कहा कि भारत जैसे देश में जहां इतने गरीब लोग हैं, वहां पर सपना बेचना आसान नहीं होता है.
दादी, पिता खोने का अफसोस नहीं
राहुल ने कहा कि उन्होंने अपनी दादी और पिता को खोया है लेकिन उन्हें इस बात का अफसोस नहीं है. उन्होंने कहा- ट्रोल मुझे परेशान नहीं करते हैं, उनके मुझे ताकत मिलता है और बेहतर काम करने के लिए हौसला बढ़ता है.
राहुल ने कृषि कानूनों को लेकर केन्द्र सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि वे लोगों से बात करें. इस पर बात करें और कानून को रद्द करें. उन्होंने कहा कि रिफॉर्म जरूरी है, लेकिन आप किसी चीज को खत्म नहीं कर सकते हैं. राहुल ने आगे कहा कि अगर आप मुझसे यह पूछते कि 15-20 साल पहले राजनीति में आने के बारे में तो मेरा जवाब आज के जवाब में बिल्कुल अलग होता.