नई दिल्ली: सऊदी अरब के क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान बिन अब्लुल अजीज अल सऊद के भारत दौरे का आज दूसरा दिन है. आज क्राउन प्रिंस की औपचारिक मुलाकात प्रधानमंत्र मोदी के साथ होगी. इस मुलाकात में कई अहम समझौतों पर दस्तखत होने की उम्मीद है. इस मुलाकात में पाकिस्तान प्रायोजित आतंकवाद का विषय एक प्रमुख मुद्दा रहेगा. साथ ही दोनों देश रक्षा संबंधों में बढ़ोतरी पर भी चर्चा करेंगे जिसमें संयुक्त नौसेना अभ्यास शामिल है. कल प्रधानमंत्री मोदी ने प्रोटोकॉल तोड़ते हुए शहजादे की एयरपोर्ट पर अगवानी की थी.
मोहम्मद बिन सलमान का भारत दौरा इसलिए अहम माना जा रहा है क्योंकि वह नई दिल्ली आने से पहले पाकिस्तान गए थे. जहां उन्होंने दो दिन के दौरे में कम से कम सात एमओयू पर हस्ताक्षर किए और 20 अरब डॉलर के निवेश का समझौता किया. शहजादे सलमान का कार्यक्रम पाकिस्तान से सीधे भारत आने का था लेकिन भारत के ऐतराज के बाद उन्हें सऊदी वापस जाना पड़ा. क्राउन प्रिंस की प्रधानमंत्री मोदी से मुलाकात हैदराबाद हाऊस में होगी. प्रधानमंत्री मोदी सऊदी अरब के शाहजादे के सम्मान में भोज भी देंगे. प्रिंस सलमान राष्ट्रपति भवन में राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद से भी मुलाकात करेंगे.
किन मुद्दों पर हो सकती है बात?
आधिकारिक सूत्रों के मुताबिक प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और शाहजादे के बीच आज वार्ता में भारत पाकिस्तान समर्थित आतंकवादी समूहों के मुद्दे को जोरदार तरीके से उठाएगा.
विदेश मंत्रालय में आर्थिक मामलों के सचिव टी एस त्रिमूर्ति के मुताबिक सऊदी नेता के दौरे में दोनों पक्षों के बीच निवेश, पर्यटन, आवास और सूचना और प्रौद्योगिकी के क्षेत्रों में पांच समझौतों पर दस्तखत होने की उम्मीद है.
इस दौरे से भारत-सऊदी द्विपक्षीय संबंधों में नये अध्याय की शुरुआत होगी. गौरतलब है कि सऊदी अरब, भारत का चौथा सबसे बड़ा कारोबारी सहयोगी है. सऊदी अरब ऊर्जा सुरक्षा के क्षेत्र में भारत के लिये एक महत्वपूर्ण स्रोत है जो कच्चे तेल के संबंध में 17 प्रतिशत और एनपीजी के संबंध में 32 प्रतिशत जरूरतों की आपूर्ति करता है.
भारत और सऊदी अरब के बीच रिश्ते अहम क्यों हैं?
-भारत कच्चे तेल के आयात का एक चौथाई हिस्सा सऊदी अरब से करता है. साल 2018-2019 में भारत ने तेल के आयात में 87 अरब डॉलर खर्च किए.
-अमेरिका, चीन और संयुक्त अरब अमीरात के बाद सऊदी अरब भारत का चौथा सबसे बड़ा व्यापार सहयोगी है.
-दोनों देशों के बीच पिछले साल व्यापार 27 बिलियन डॉलर हुआ और माना जा रहा है कि अगले साल ये बढ़कर 49 बिलियन डॉलर हो जाएगा.
-लेकिन व्यापार संतुलन भारत के खिलाफ है, जोकि भारत सरकार के लिए एक चिंता का विषय है. लेकिन ये तब नहीं होता अगर सऊदी अरब ने भारत में 70 बिलियन डॉलर का निवेश किया होता, जिसका वादा 2010 में रियाद के प्रधान मंत्री मनमोहन सिंह की यात्रा के दौरान किया गया था.
-लेकिन सऊदी अरब ने भारत में एक बिलियन डॉलर की एक तिहाई का निवेश किया गया, जबकि भारत के सऊदी अरब में एक बिलियन डॉलर से ज्यादा का निवेश किया. इसमें कोई दो राय नहीं है कि भारत की उभरती अर्थव्यवस्था को बड़े विदेशी निवेश की जरूरत है और सऊदी अरब के पास निवेश के लिए खरब डॉलर फंड है.
क्राउन प्रिंस सलमान का आज का कार्यक्रम?
-सुबह 10 बजे राष्ट्रपति भवन में सेरेमोनियल रिसेप्शन होगा
-सुबह 10.45 बजे होटल आईटीसी मौर्य में विदेश मंत्री सुषमा स्वराज से मुलाकात करेंगे
-दोपहर 12 बजे हैदराबाद हाउस में पीएम मोदी से मुलाकात करेंगे
-दोपहर 12.45 बजे प्रतिनिधिमंडल स्तर की बातचीत होगी
-दोपहर 1.15 बजे हैदराबाद हाउस में एक्सचेंज ऑफ एग्रीमेंट और प्रेस स्टेटमेंट होगा
-शाम 7.30 बजे राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद से मुलाकात करेंगे