हवाई सेवा शुरू होने पर JDU ने कहा- सभी राज्यों के अलग-अलग प्रोटोकॉल से भ्रम की स्थिति, सभी मुख्यमंत्रियों से बात करे सरकार
घरेलू उड़ान शुरू होने में अब कुछ ही वक़्त बचा है, 25 मई से इसकी शुरुआत होने जा रही है. इस बीच घरेलू विमान यात्रा के लिए यूपी, महाराष्ट्र, पंजाब, हिमाचल, जम्मू कश्मीर और कर्नाटक ने गाइडलाइंस जारी की है. इसे लेकर एनडीए में बीजेपी की सहयोगी जेडीयू ने सवाल खड़ा किया है.
नई दिल्ली: क़रीब दो महीनों तक ठप्प रहने के बाद देश के ज़्यादातर हिस्सों में विमानसेवा 25 मई यानि कल से एक बार फिर से शुरू होने जा रही है. हवाई यात्राओं के लिए लगभग सभी राज्यों ने अपने यहां आने वाले लोगों के लिए दिशानिर्देश जारी किया है. कुछ राज्यों ने अपने यहां आने वाले लोगों के लिए क्वारन्टीन को अनिवार्य बनाया है यो कुछ ने शर्तों के साथ इसे लागू किया है. कल सुबह सुबह दिल्ली हवाई अड्डे से पहली विमान उड़ान भरेगा. लेकिन उसके पहले ही नई मुसीबत पैदा हो गई है. हवाई यात्रा के लिए हर राज्य ने अपने यहां आने वाले यात्रियों के लिए गाइडलाइन जारी किया है जिसमें यात्रियों के हेल्थ प्रोटोकॉल का पूरा ब्यौरा दिया गया है. इसमें दिए गए क्वारन्टीन के प्रावधानों को लेकर सवाल उठने लगे हैं.
इसे लेकर एनडीए में बीजेपी की सहयोगी जेडीयू ने ही सवाल खड़ा करते हुए कड़ी आपत्ति का इज़हार किया है. एबीपी न्यूज़ से बात करते हुए जेडीयू के प्रधान महासचिव और राष्ट्रीय प्रवक्ता के सी त्यागी ने कहा कि सभी राज्यों की ओर से अलग अलग गाइडलाइन जारी करने से भ्रम पैदा हो गया है. त्यागी ने कहा कि अलग अलग गाइडलाइन के चलते यात्रियों को पता ही नहीं चल पा रहा कि वो यात्रा करें या न करें. त्यागी के मुताबिक़ अगर किसी यात्री को पता चले कि एक दिन की यात्रा करने के बदले उसे 14 दिनों तक क्वारन्टीन रहना पड़ेगा तो वो यात्रा नहीं कर सकेगा.
के सी त्यागी के मुताबिक़ ऐसा होने से जिस मक़सद से हवाई यात्रा शुरू की जा रही है, वो पूरी नहीं हो पाएगी और उड्डयन उद्योग को इससे कोई फ़ायदा नहीं होगा. त्यागी ने मांग किया कि गृह मंत्रालय और नागरिक उड्डयन मंत्रालय को तुरन्त सभी मुख्यमंत्रियों से बात कर एक समान गाइडलाइन जारी करने पर विचार करना चाहिए. रोचक बात ये है कि के सी त्यागी ने ख़ुद की हवाई यात्रा के बारे में पूछे जाने पर कहा कि वो ऐसे भ्रम में रहने से अच्छा ट्रेन से जाना पसंद करेंगे.
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