मोदी की तुलना शिवाजी से किए जाने पर विवाद बढ़ा, वंशज ने शिवसेना को दिखाया आईना
उदयनराजे भोंसले ने जय भगवान गोयल की किताब पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि लोगों ने अपनी बुद्धि क्या किराए पर दे दी है.
मुंबई: बीजेपी नेता जय भगवान गोयल की प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर लिखी किताब 'आज के शिवाजी-नरेंद्र मोदी' विवादों में है. शनिवार को नई दिल्ली के बीजेपी हेड क्वार्टर में आयोजित रिलीजियस कल्चरल मीट कार्यक्रम के अंतर्गत इस किताब का विमोचन हुआ. इस किताब के विमोचन के साथ ही महाराष्ट्र की तीन बड़ी पार्टियों को बीजेपी पर निशाना साधने का मौका मिल गया. शिवसेना, कांग्रेस, एनसीपी ने एक सुर में छत्रपति शिवाजी महाराज की तुलना प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से किए जाने का विरोध किया और किताब वापस लेने को कहा है. महाराष्ट्र की तीन बड़ी पार्टियों द्वारा बीजेपी को निशाना बनाए जाने पर शिवाजी के वंशज और बीजेपी नेता उदयनराजे भोंसले ने शिवसेना को आइना दिखाया है.
उदयनराजे भोंसले ने जय भगवान गोयल की किताब पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि लोगों ने अपनी बुद्धि क्या किराए पर दे दी है ? किताब देखकर बहुत खराब लगा. पुरी दुनिया में कोई भी छत्रपति शिवाजी महाराज की समान ऊंचाइयों को छू नहीं सकता. उदयन राजे शिवाजी महाराज के नाम के दुरुपयोग पर भी भड़के और कहा कि कई लोगों को सर्वश्रेेष्ठ राजा कहा जाने लगा है. किसी को भी उपाधि दी जाने लगी है. किसी को भी उपाधि दिए जाने का मैं विरोध करता हूं. सर्वश्रेेष्ठ राजा सिर्फ और सिर्फ छत्रपति शिवाजी महाराज हैं. हम शिवाजी महाराज के विचारों को अमल में ला सकते हैंं लेकिन कोई शिवाजी महाराज नहीं हो सकता. पिछले जन्म में मुझसे कोई पुण्य का काम हुआ होगा इसीलिए मेरा छत्रपति शिवाजी महाराज के घर में मेरा जन्म हुआ.
उदयनराजे भोंसले ने शिवसेना को भी आइना दिखाया और पुछा, जब शिवसेना पार्टी बनाई गई थी तब शिवाजी महाराज के वंशजों को कुछ पूछा था क्या ? शिवसेना के दिए हुए नामों का हमने कभी विरोध नहीं किया. इस पर कोई आक्षेप नहीं लिया. मुंबई में शिवसेना भवन में बालासाहेब ठाकरे का फोटो कहां पर है और शिवाजी महाराज का कहां पर है ? शिवसेना ने जेम्स लेन की किताब के समय इतिहासकार से मारपीट की थी और शिवसेना ने माफी मांगी थी. उदयनराजे के शिवसेना पर हमले के बाद शिवसेना की कोई प्रतिक्रिया नहींआई है.
उदयनराजे भोंसले ने तीन फोटो भी सार्वजनिक किए और सवाल खड़े किए. पहली फोटो में शिवाजी महाराज के वेशभूषा में एक व्यक्ति रामराजे नाईक निंबालकर एनसीपी नेता को सलामी देते हुए नजर आ रहा है. दूसरी फोटो में एनसीपी नेता जितेंद्र आव्हाड़ द्वारा शिव सेना पर शिवाजी महाराज के नाम का दुरुपयोग करने को लेकर की गई टिप्पणी पोस्ट है. तीसरा फोटो मुंबई के शिवसेना भवन का है इसमें बालासाहेब ठाकरे की फोटो ऊपर है और शिवाजी महाराज की तस्वीर नीचे है. उदयनराजे ने पूछा की क्या यह शिवाजी महाराज का अपमान नहीं है ?
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