नई दिल्ली: अविश्वास प्रस्ताव को लेकर अपने तीन ताज़ा ट्विट्स से बीजेपी सांसद शत्रुघ्न सिन्हा ने महौल को एक नया रंग दे दिया है. लंबे समय से पार्टी को लेकर अपने बागी तेवर की वजह से चर्चा में रहे सिन्हा लिखते हैं कि अविश्वास प्रस्ताव के मामले में फिलहाल तो उनका वोट पार्टी के साथ है, लेकिन 2019 में उनका वोट किसके साथ होगा ये उन्होंने साफ नहीं किया.


अविश्वास प्रस्ताव नंबर गेम नहीं होता
बिहार की राजधानी पटना के एक संसदीय क्षेत्र पटना साहिब से पार्टी से सांसद सिन्हा लिखते हैं, "अविश्वास प्रस्ताव नंबर गेम नहीं होता है. ये अच्छी और स्तरीय बहस, चर्चा, तर्क, गहरी सोच, आत्ममंथन के लिए होता है और इन सबसे ऊपर उठकर ये संसदीय ढांचे और उसकी मर्यादा के लिए होता है."






पप्पु-फेकू जैसी बहस से बचें सांसद
उन्होंने इस बात की सिर्फ उम्मीद ही नहीं जताई बल्कि इसके लिए प्रार्थना भी की है कि आज जब सांसद अविश्वास प्रस्ताव पर बहस करें तब अपनी सीमा ना लांघें और नेताओं को पप्पु
और फेकू जैसे नामों से ना बुलाएं. वहीं, उन्होंने इसकी भी उम्मीद जताई है कि लोग गले का ज़ोर दिखाने और आरोप-प्रत्यारोप में पड़ने से भी बचेंगे.






सच्चे सिपाही की तरह BJP को सपोर्ट करेंगे सिन्हा
उन्होंने अपनी बात करते हुए कहा कि अभी तक ना तो पार्टी ने उन्हें और ना ही उन्होंने पार्टी को अधर में छोड़ा है. वहीं, उन्हें लगता है कि ये वो समय है जब उन्हें बीजेपी का पुरज़ोर समर्थन करना चाहिए और वो ये काम एक सच्चे सिपाही की तरह करेंगे.






2019 की कहानी फिर कभी
इसी ट्वीट में उन्होंने अविश्वास प्रस्ताव को लेकर तो अपनी स्थिति साफ कर दी है, लेकिन 2019 के आम चुनाव को लेकर असमंजस की स्थिति पैदा कर दी है. सिन्हा लिखते हैं कि अभी के लिए उनका वोट पार्टी के पास है लेकिन 2019 के आम चुनावों में किसके पास होगा, ये कहानी फिर कभी.