त्रिवेन्द्र रावत के इस्तीफे को कांग्रेस ने बताया 'विफलता पर पर्दा डालने की कोशिश', कहा- बर्खास्त की जाए सरकार
त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने मंगलवार की शाम को राज्य की राज्यपाल बेबी रानी मौर्या को उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पद से अपना इस्तीफा सौंप दिया. इस्तीफे के बाद त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने कहा कि बीजेपी विधायक दल की कल सुबह ग्यारह बजे पार्टी दफ्तर में बैठक बुलाई गई है.
कांग्रेस ने उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पद से त्रिवेंद्र सिंह रावत के इस्तीफे को ‘भ्रष्टाचार और नाकामी पर पर्दा डालने की नाकाम कोशिश’ करार देते हुए मंगलवार को कहा कि राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद को राज्य की स्थिति का संज्ञान लेते हुए सरकार को बर्खास्त करना चाहिए.
पार्टी के उत्तराखंड प्रभारी देवेंद्र यादव ने यह दावा भी किया कि इस इस्तीफे से भाजपा ने स्वीकार कर लिया है कि पिछले चार साल में उत्तराखंड में सिर्फ भ्रष्टाचार हुआ है. उन्होंने संवाददाताओं से कहा, ‘‘मैं समझता हूं कि त्रिवेंद्र रावत का इस्तीफा चार साल से चल रहे भ्रष्टाचार और नाकामियों पर पर्दा डालने की नाकाम कोशिश है.’’
देवेंद्र यादव के मुताबिक, चार महीने पहले उत्तराखंड उच्च न्यायालय ने त्रिवेंद्र रावत के खिलाफ सीबीआई जांच का आदेश दिया था. उस सरकार ने उच्चतम न्यायालय में जाकर इस आदेश पर स्थगन लेने की कोशिश की. अब मुख्यमंत्री के इस्तीफे से सारे घोटाले सामने आ गए हैं.’’
त्रिवेन्द्र रावत के इस्तीफे के बाद कांग्रेस हमलावर
उन्होंने कहा, ‘‘रावत का इस्तीफा नाकाफी है. हमारी मांग है कि राष्ट्रपति महोदय इस स्थिति का संज्ञान लें और सरकार को बर्खास्त करें. राष्ट्रपति शासन लगाकर नए सिरे से चुनाव कराया जाए.’’
गौरतलब है कि त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने मंगलवार की शाम को राज्य की राज्यपाल बेबी रानी मौर्या को उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पद से अपना इस्तीफा सौंप दिया. इस्तीफे के बाद त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने कहा कि बीजेपी विधायक दल की कल सुबह ग्यारह बजे पार्टी दफ्तर में बैठक बुलाई गई है. उन्होंने कहा कि मैंने आज राज्यपाल को मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा सौंप दिया है.
11 मार्च को नए सीएम का होगा शपथ ग्रहण
देहरादून में त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने आगे कहा- पार्टी ने राज्य की सेवा करने का चार साल का सुनहरा मौका दिया. मैंने यह कभी नहीं सोचा था कि मुझे ऐसा अवसर मिलेगा. अब पार्टी ने यह फैसला किया है मुख्यमंत्री पद के तौर पर सेवा करने का यह मौका किसी और को दिया जाए.
11 मार्च की सुबह 11 बजे उत्तराखंड में नए सीएम का शपथ ग्रहण कार्यक्रम होगा. बुधवार को विधायक दल की बैठक में मुख्यमंत्री का नाम भी तय कर दिया जाएगा. त्रिवेन्द्र सिंह रावत के इस्तीफे के बाद राजनीतिक गलियारे में उत्तराखंड के मुख्यमंत्री के रेस में जो चेहरे हैं वो हैं- उत्तराखंड से सांसद अजय भट्ट, अनिल बलूनी और केन्द्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री रमेश निशंक पोखरियाल.ये भी पढ़ें: 'महाशिवरात्रि' के दिन उत्तराखंड में होगा नए CM का शपथ ग्रहण, जानिए इस दिन की क्या है अहमियत