नई दिल्ली: छत्रसाल स्टेडियम में 23 साल के रेसलर सागर धनखड़ की हत्या के मामले में गिरफ्तार ओलंपिक पदक विजेता रेसलर सुशील कुमार को दिल्ली की रोहिणी कोर्ट ने 6 दिनों की पुलिस कस्टडी में भेज दिया है. इससे पहले रोहिणी कोर्ट में सुशील कुमार की रिमांड के लिए सुनवाई के दौरान पुलिस ने कोर्ट को बताया कि पुलिस के पास ऐसे वीडियो क्लिप्स हैं, जिसमें सुशील कुमार अपने साथियों के साथ मिलकर पीड़ित के साथ मारपीट कर रहा है. इसी दौरान वहां पर गोलियां भी चली थीं, जिस शख्स की इस मारपीट के दौरान मौत हुई, वह खुद एक अंतरराष्ट्रीय स्तर का खिलाड़ी था. 


पुलिस ने कहा कि सुशील कुमार से पूछताछ के दौरान हत्या की जो साजिश रची गई उसके बारे में पता लगाना है.  इसी पूछताछ के दौरान इस मामले में जो अन्य आरोपी है, इसका क्या रोल था वह भी पता करना है. 


पुलिस ने कहा कि घटना 4 और 5 मई की दरम्यानी रात की है और उसके बाद से ही सुशील कुमार लगातार फरार था. इस दौरान सुशील कुमार के खिलाफ गैर जमानती वारंट भी जारी हुआ और उसकी अग्रिम जमानत याचिका भी खारिज हुई. लेकिन फिर भी सुशील पुलिस के सामने हाजिर नहीं हुआ. 


पुलिस ने कोर्ट में बताया कि पुलिस को मिली जानकारी के मुताबिक इस दौरान सुशील कुमार उत्तराखंड समेत अन्य जगहों पर छुपा रहा. अब यह पता करना है कि आखिर इस दौरान किन किन लोगों ने सुशील कुमार की मदद की थी. जिस तरह से पीड़ित के साथ मारपीट की गई वह यह भी दिखाता है कि इस घटना के आरोपी इलाके में अपनी धमक बढ़ाना चाह रहा था. 


पुलिस ने कहा कि इस रिमांड के दौरान पुलिस सुशील कुमार से वह डीवीआर भी बरामद करना चाहती है, जिसमें उस घटना की सीसीटीवी फुटेज थी. क्योंकि अब तक की जानकारी के मुताबिक घटना के बाद वह डीबीआर सुशील कुमार अपने साथ ले गया था. 


पुलिस ने कहा कि पुलिस कस्टडी के दौरान सुशील कुमार को दिल्ली से बाहर ले जाने की भी जरूरत पड़ सकती है, लेकिन क्योंकि लॉकडाउन लगा हुआ है और कोरोना प्रोटोकॉल का पालन करना है. इस वजह से भी थोड़ा ज्यादा वक्त लग सकता है. 


हालांकि सुशील कुमार के वकील ने कहा कि इनको आरोपी के पास से ना तो कोई डंडा मिला और ना ही कोई और हथियार. सुशील के वकील ने कहा कि सुशील कुमार पुलिस की जांच में सहयोग करने को तैयार है और वह एक अंतरराष्ट्रीय स्तर का जाना माना खिलाड़ी है. ऐसे में उसको हिरासत में रखकर पुलिस क्या हासिल करना चाहती है.