West Bengal Govt Survey MatriMa Programme: पश्चिम बंगाल में छह गर्भवती महिलाओं (Pregnant Women) में से एक टीनएजर (Teenager) है. टीएनएजर में 13 से 19 वर्ष के लोगों को शामिल किया जाता है, जिन्हें किशोर या किशोरी भी कहते हैं. राज्य में करीब 17 फीसदी गर्भवती महिलाएं किशोर उम्र में हैं जबकि केवल 4 फीसदी महिलाएं विवाहित हैं. सरकार के मातृमा कार्यक्रम (MatriMa Programme) के तहत जुटाए गए आंकड़ों से यह खुलासा हुआ है.


18 या 19 वर्ष की उम्र में एक किशोरी को शादी करने की कानूनी इजाजत है लेकिन स्वास्थ्य विभाग चाह रहा है कि जच्चा-बच्चा के सेहत संबंधी जोखिमों को कम करने के लिए गर्भधारण करने की उम्र कम से कम 21 होनी चाहिए.


टीनएज मां को हो सकता है जान का भी खतरा-एक्सपर्ट्स


विशेषज्ञों का कहना है कि टीनएज माताएं गर्भावस्था के दौरान उच्च स्वास्थ्य जोखिमों और प्रसव के दौरान जीवन के जोखिम का सामना करती हैं जबकि किशोरी मां के बच्चों को जन्म के समय कम वजन, समय से पहले जन्म (प्री-टर्म बर्थ) और अन्य नवजात जटिलताओं के उच्च जोखिमों का सामना करना पड़ता है.


गर्भनिरोधकों के इस्तेमाल में हुई बढ़ोतरी


मातृमा पोर्टल पर प्रकाशित किए गए आंकड़ों के मुताबिक, बंगाल में सितंबर 2022 में बंगाल में 4 लाख किशोर (टीनएज कपल) जोड़े थे. पिछले हफ्ते एक बैठक के दौरान, स्वास्थ्य अधिकारियों को इस वर्ग (टीनएज) की काउंसलिंग करने (सलाह देने) और उन्हें गर्भ निरोधकों के इस्तेमाल के लिए राजी करने को कहा गया था. हालांकि, गर्भनिरोधकों के इस्तेमाल में पिछले वर्षों की तुलना में 5 फीसदी की बढ़ोतरी देखी गई है. 


जनवरी 2022 में केवल 50 फीसदी टीनएज कपल गर्भनिरोधकों का इस्तेमाल करते थे, यह आंकड़ा जनवरी 2023 में बढ़कर 55 फीसदी हो गया. 


छह में से एक गर्भवती महिला किशोरावस्था में


मां और बच्चे की देखभाल आधारित स्वास्थ्य विभाग के पोर्टल मातृमा में प्रकाशित आंकड़ों से पता चलता है कि राज्य में छह में से एक गर्भवती महिला अपनी किशोरावस्था में है, इससे मां और बच्चे को बड़ा जोखिम हो सकता है. 


राष्ट्रीय परिवार स्वास्थ्य सर्वेक्षण 2019-20 में बंगाल की 15 से 19 वर्ष की ऐसी लड़कियों का प्रतिशत बताया गया था जो पहले से ही मां थीं या गर्भवती थीं, जिनकी संख्या शहरी क्षेत्रों में 8.5 और ग्रामीण क्षेत्रों में 19.6 थी. जानकार राज्य में जागरूकता बढ़ाने पर जोर दे रहे हैं.


यह भी पढ़ें- President Murmu In Odisha: ' मैं आज यहां इसलिए हूं क्योंकि... ', राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने ओडिशा में क्यों कही ये बात?