नई दिल्ली: चीन से चल रही तनातनी के बीच भारतीय सेना को एक लाख स्वदेशी बुलेटप्रूफ जैकेट्स मिल गई हैं. रक्षा राज्यमंत्री श्रीपद नाइक ने राजधानी दिल्ली में एक समारोह में थलसेना प्रमुख जनरल एमएम नरवणे को एक लाखवीं जैकेट भेंट की. इन बुलेटप्रूफ जैकेट्स को एक स्वदेशी कंपनी ने तैयार किया है.


रक्षा मंत्रालय के मुताबिक, इन बीपी जैकेट्स की कंपनी ने चार महीने पहले ही डिलीवरी कर दी है. इस मौके पर बोलते हुए रक्षा राज्यमंत्री ने भरोसा दिलाया कि सरकार सैनिकों को उन्नत किस्म के हथियार और प्रोटेक्टिव-आर्मर (रक्षा-कवच) देने के लिए प्रतिबद्ध है. इस मौके पर थलसेना प्रमुख के अलावा रक्षा सचिव (उत्पादन) राजकुमार, डीजी इंफेंट्री, लेफ्टिनेंट जनरल एके समांत्रा सहित वरिष्ठ सैन्य अफसर मौजूद थे.


रक्षा राज्यमंत्री ने कहा कि मोदी सरकार सैनिकों को सुरक्षा प्रदान करने पर खासा जोर देती है. श्रीपद नाइक ने स्वदेशी बीपी जैकेट्स बनाने वाली प्राइवेट कंपनी, एसएमपीपी की तारीफ करते हुए कहा कि कंपनी की बुलेटप्रूफ जैकेट्स एक्सपोर्ट भी हो रही हैं. नाइक ने कहा कि भारतीय सैनिक इन जैकेट्स की तारीफ कर रहे हैं. वहीं भारत रक्षा क्षेत्र में आत्मनिर्भर होने के साथ-साथ ग्लोबल हब भी बन रहा है.


कितने का हुआ था सौदा?


बता दें कि वर्ष 2018 में रक्षा मंत्रालय ने दिल्ली की एसएमपीपी कंपनी से 1.86 लाख बुलेटप्रूफ जैकेट्स का सौदा किया था. इस सौदे की कीमत करीब 639 करोड़ रुपये थी. ये बीपी जैकेट्स 360 डिग्री सुरक्षा प्रदान करती है. भारतीय सेना कश्मीर में काउंटर-इनसर्जेंसी में तैनात सैनिकों के लिए इसे इस्तेमाल करती है. कंपनी को अभी 86 हजार जैकेट्स और सेना को दी जानी हैं. वहीं भारतीय सेना को टाटा कंपनी से 50 हजार बीपी जैकेट्स पहले ही मिल चुके हैं. हालांकि भारतीय सेना को कुल 3.50 लाख बुलेटप्रूफ जैकेट्स की जरूरत है.


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