छत्तीसगढ़ के दंतेवाड़ा में सुरक्षाबलों और नक्सलवादियों के बीच हुई एक मुठभेड़ में कुछ नक्सली ढेर हो गए है. मरने वालो में नक्सली वेट्टी हूंगा भी शामिल है. हूंगा प्रतिबंधित माओवादी संगठन का मिलिशिया कमांडर था. हूंगा के सिर पर एक लाख रुपए का इनाम था.


हूंका का मारा जाना बड़ी सफलता


दंतेवाड़ा के पुलिस अधीक्षक अभिषेक पल्लव के मुताबिक ये मुठभेड़ कटेकल्याण थाने की सीमा क्षेत्र में गादाम और जंगमपाल गांव के बीच एक जंगल में हुई थी. दोपहर के वक्त जब जिला रिजर्व गार्ड की टीम नक्सर रोधी अभियान पर थी, उसी वक्त नक्सलियों के एक दल से उसका सामना हुआ. पुलिस और नक्सलियों में मुठभेड़ हुई. इसी मुठभेड़ में हूंका मारा गया.  पुलिस को  मौके से एक 8 एमएम की पिस्टल,  2 किलोग्राम IED , एक देसी बंदूक व बहुत सारा नक्सली साहित्य मिला है. पुलिस का कहना है कि वेट्टी हूंका नक्सलियों के प्रमुख कमांडरों में से एक था और उसका मारा जाना पुलिस के लिए बेहद अहम् है.


3 अप्रैल को नक्सलियों के हमले में 22 जवान हुए थे शहीद


पुलिस को मिली ये सफलता इसलिए भी महत्वपूर्ण मानी जा रही है क्योंकि कुछ ही दिन पहले 3 अप्रैल नक्सलियों के हमले में कई सुरक्षा बल और पुलिस के कई जवान शहीद हो गए थे. नक्सलियों ने कोबरा कमांडो यूनिट के एक जवान राकेश्वर सिंह मन्हास को अगवा भी कर लिया था, हालांकि बाद में इस जवान को रिहा कर दिया गया. इस हमले में सीआरपीएफ और राज्य पुलिस के 22 जवानों को अपनी जान गंवानी पड़ी थी.


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