Terrorist infiltration: जम्मू कश्मीर (Jammu Kashmir) में भारतीय सेना (Indian Army) ने आतंकियों (Terrorist) की एक और घुसपैठ को नाकाम कर दिया है. सीमापार (Across Border) से आए आतंकियों को सेना ने अखनूर सेक्टर (Akhnoor Sector) में खदेड़ दिया. पिछले 4 दिनों में सेना ने आतंकियों की तीसरी घुसपैठ को नाकाम कर दिया है. कल रात को नौशेरा सेक्टर (Nausera Sector) में भी आतंकियों ने घुसपैठ की कोशिश की थी लेकिन सेना ने उसे भी नाकाम कर दिया था.


नैशेरा में एक आतंकी जिंदा पकड़ा गया जबकि विस्फोट में दो की मौत हो गई है. नैशेरा के झंगर सेक्टर में तैनात जवानों ने 21 अगस्त की सुबह एलओसी पर 23-3 आतंकियों की घुसपैठ देखी थी. उनमें से एक आतंकी भारतीय चौकी के पास आया और बाड़ काटने की कोशिश की. जब जवानों ने उस पर फायरिंग की तो उसने भागने की कोशिश की लेकिन उसके पैर में गोली लगने से वो घायल हो गया और पकड़ा गया. इसके साथ आए दो और आतंकी जंगल की आड़ लेकर फरार हो गए.


6 साल पहले भी गिरफ्तार हुआ था यही आतंकी


सेना से मुठभेड़ में घायल हुए आतंकी तबरक हुसैन को भारतीय सेना ने साल 2016 में भी गिरफ्तार किया था और 26 महीने की जेल काटने के बाद उसे पाकिस्तानी सरकार को सौंप दिया गया था. अप्रैल 2016 में भी तबरक हुसैन ने अपने दो साथियों के साथ नौशेरा सेक्टर से ही घुसपैठ करने की कोशिश की थी. उस वक्त तबरक और उसका साथी हारून अली गिरफ्तार कर लिए गए थे लेकिन उनका तीसरा साथी पीओके वापस भागने में कामयाब हो गया था.


6 साल पहले 26 महीने की जेल


तबरक (Tabrak) और उसके साथी हरून अली (Harun Ali) को 26 महीने भारत (India) की जेल में काटने के बाद पिछले साल अटारी-वाघा बॉर्डर (Bagha Border) के जरिए पाकिस्तानी सरकार (Pakistan Government) को सौंप दिया गया था. लेकिन रविवार को एक बार फिर वो सुसाइड-मिशन (Suicide Mission) के लिए भारत में घुसपैठ करने के लिए नौशेरा सेक्टर (Nausera Sector) पहुंच गया. इस बार वो भारतीय सेना (Indian Army) की गोली से घायल भी हो गया.


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