नई दिल्लीः प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने लोकसभा और विधानसभा चुनाव एक साथ कराये जाने (एक देश एक चुनाव) पर जो सर्वदलीय बैठक बुलाई है वो खत्म हो गई है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ कई राजनीतिक दलों के अध्यक्षों ने इस बैठक में हिस्सा लिया. बैठक में राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की 150वीं जयंती के आयोजन सहित पांच अहम मुद्दों पर गहन चर्चा हुई है.
मीटिंग खत्म होने के बाद पहले केंद्रीय मंत्री नितिन गड़करी फिर प्रधानमंत्री बाहर निकले, बैठक में एक सर्वदलीय कमिटी बनाने का फ़ैसला लिया गया है. राजनाथ सिंह ने जानकारी दी कि सभी पार्टियों के अध्यक्ष को आमंत्रित किया था. उन्होंने स्वयं बैठक का संचालन किया और बैठक के पांच एजेंडे थे. इसमें से संसद की उत्पादकता पर लगभग आम सहमति रही.
वहीं एक देश एक चुनाव पर ज्यादातर ने सहमति दी है पर कुछ ने पूछा कि ये कैसे होगा? तय किया गया है कि इसके लिए कमेटी बनेगी. इसके अलावा महात्मा गांधी की 150वीं जयंती पर कुछ महत्वपूर्ण फैसले लिए जाएंगे. आकांक्षी जिलों के विकास पर आगे भी चर्चा होगी. जल प्रबंधन एक बड़ी चुनौती है जिसके लिए पानी बचाना ही एक रास्ता है. जल संरक्षता आंदोलन को आगे बढ़ाना है. राजनाथ सिंह ने कहा कि ये सारे एजेंडे सरकार के एजेंडे नहीं हैं बल्कि देश के एजेंडे हैं.
कौन-कौन आया मीटिंग में
मीटिंग में एआईएमआईएम चीफ असदुद्दीन ओवैसी पहुंचे और सीपीआई के सीताराम येचुरी और सुधाकर रेड्डी के साथ डी राजा भी पहुंचे हैं. जम्मू-कश्मीर की पूर्व सीएम महबूबा मुफ़्ती भी मीटिंग में पहुंची हैं.
पीएम के द्वारा बुलाई गई मीटिंग में बिहार के सीएम नीतीश कुमार पहुंच चुके हैं और नवीन पटनायक भी पहुंच चुके हैं. सरकार की तरफ से नरेंद्र सिंह तोमर, राजनाथ सिंह, अमित शाह पहुंच चुके हैं और थावरचंद गहलोत भी मीटिंग में आ चुके हैं. राम विलास पासवान भी पहुंचे हैं. जे पी नड्डा भी मीटिंग में पहुंच चुके हैं. फारूक अब्दुल्ला और शरद पवार पहुंचे हैं.
वाईएसआर कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष और आंध्र प्रदेश के सीएम जगह मोहन रेड्डी भी इस बैठक में पहुंच चुके हैं. हालांकि खबर है कि सीपीएम मीटिंग में एक देश एक चुनाव का विरोध करेगी. अपना दल से आशीष पटेल जो कि अनुप्रिया पटेल के पति हैं वो इस मीटिंग में पहुंच चुके हैं.
क्या है बैठक का एजेंडा
बैठक के एजेंडे में पहला मुद्दा संसद के दोनों सदनों में कामकाज को बढ़ाने का है. दूसरा मुद्दा ‘एक देश एक चुनाव’ है. एजेंडे में तीसरे स्थान पर आजादी के 75 साल पूरे होने पर नये भारत के निर्माण की कार्ययोजना और चौथे स्थान पर 150वीं गांधी जयंती के आयोजन की रूपरेखा शामिल किया है. बैठक के एजेंडे का पांचवां मुद्दा विकास की दौड़ में शामिल किए गये चुनिंदा ‘आकांक्षी जिलों’ में विकास कार्यो पर चर्चा शामिल है.
बैठक के पांच सूत्री एजेंडे में ‘एक देश एक चुनाव’ और राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की 150वीं जयंती के अलावा संसद के दोनों सदनों में कामकाज का स्तर बढ़ाने, आजादी की 75वें सालगिरह पर नया भारत बनाने की कार्ययोजना और विकास की दौड़ में शामिल चुनिंदा जिलों में विकास कार्यों की समीक्षा शामिल है. इस पर सभी राजनीतिक दलों से विचार विमर्श करने के लिये प्रधानमंत्री ने ये बैठक बुलाई है.
एसपी-बीएसपी समेत इन्होंने शामिल होने से किया इंकार
कांग्रेस, तृणमूल कांग्रेस, बीएसपी और एसपी और आरजेडी सहित कुछ अन्य गैर एनडीए दलों ने ‘एक देश एक चुनाव’ के मुद्दे पर असहमति जताते हुये बैठक में शामिल नहीं होने का फैसला किया है.
वहीं एक देश, एक चुनाव पर बीएसपी की प्रेस रिलीज़ में कहा गया है कि ये देश का मुद्दा नहीं बल्कि बीजेपी का नया ढकोसला है ताक़ि ईवीएम की धांधलियों के ज़रिए देश के लोकतंत्र को हाईजैक करने जैसे गंभीर मुद्दे से देश का ध्यान भटकाया जा सके.
एक राष्ट्र, एक चुनाव के नारे पर सभी दलों में सहमति बनाने के लिए पीएम मोदी की तरफ़ से बुलाई गई सर्वदलीय बैठक में एसपी अध्यक्ष अखिलेश यादव शामिल नहीं होंगे. एसपी की तरफ़ से कहा गया है कि जबतक पीएम मोदी अपनी पिछली सरकार में घोषणापत्र में किये वायदे को पूरा नहीं करते, तबतक इस तरह की बैठक में शामिल होने का सवाल ही नहीं उठता.