One Nation, One Election: केंद्रीय कैबिनेट ने बुधवार (18 सितंबर) को 'एक देश, एक चुनाव' पर बनाई उच्च स्तरीय कमेटी की सिफारिशों को मंजूर कर लिया है. यह कमेटी पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद की अध्यक्षता में बनाई गई थी. इस बीच एक डिबेट के दौरान सामाजिक कार्यकर्ता योगेन्द्र यादव ने वन नेशन वन इलेक्शन को लेकर पीएम मोदी पर निशाना साधा है. उन्होंने कहा, 'मुझे लगता है प्रधानमंत्री को दवाइयों का बड़ा शौक है. जो दवाई उनको अच्छी लग जाती है वो दवाई पीएम मोदी पूरे देश को पिलाना चाहते हैं.'


पॉलिटिकल एक्टिविस्ट योगेंद्र यादव ने सोशल मीडिया प्लेटफार्म 'एक्स' पर एक पोस्ट शेयर की, जिसमें उन्होंने कहा कि चाहे वो दवा खांसी ठीक करके हार्टअटैक ही क्यूं ना दे दे. वन नेशन -वन इलेक्शन का शिगूफ़ा एक ऐसी ही दवा है.


जानिए डिबेट के दौरान क्या बोले योगेन्द्र यादव?


डिबेट कार्यक्रम के दौरान सामाजिक कार्यकर्ता योगेन्द्र यादव ने वन नेशन वन इलेक्शन पर अपनी राय रखी. इस दौरान योगेंद्र यादव ने कहा कि रामनाथ कोविंद की अध्यक्षता में बनाई गई कमिटी का कहना है कि देश में वोटर बार- बार वोट देकर थक जाते हैं. उन्होंने तर्क दिया है कि सरकार का कहना है कि चुनाव के चलते बार-बार आदर्श आचार संहिता लग जाती है, जिसके चलते सरकार कुछ कर नहीं पाती है. योगेंद्र यादव ने कहा कि हरियाणा में चुनाव चल रहा है. फिर भी केंद्र सरकार ने 35 हजार करोड़ की एक स्कीम का ऐलान किया है, जबकि, करीब 1 हफ्ते पहले 1 लाख करोड रुपए की नई योजनाएं लागू हुईं.






चुनाव में खर्चा होने पर योगेंद्र यादव क्या बोले?


कमिटी का कहना है कि एक देश एक चुनाव होने से देश में चुनाव का खर्च आधा हो जाएगा. इस पर योगेंद्र यादव ने कहा,' इससे खर्चा कम हो जाएगा. दो के बजाय 1 चुनाव करा लें. 5 साल के बजाय 10 साल बाद चुनाव करा लें. इससे खर्चा कम हो जाएगा, इसके 20 साल बाद चुनाव कराएंगे तो खर्चा और कम हो जाएगा.


क्या है वन नेशन वन इलेक्शन?


वन नेशन वन इलेक्शन का मतलब है कि पूरे देश में एक साथ ही लोकसभा और राज्य विधानसभाओं के चुनाव कराए जाए. यानी वोटर्स लोकसभा और विधानसभाओं के सदस्यों को चुनने के लिए एक ही दिन में अपना वोट डालेंगे.


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