One Nation One Election: तेलांगाना प्रदेश कांग्रेस कमिटी के अध्यक्ष ए. रेवंथ रेड्डी ने मुख्यमंत्री के. चंद्रशेखर राव की पार्टी बीआरएस पार्टी से वन नेशन वन इलेक्शन पर रुख साफ करने को कहा है. रविवार (03 सितंबर) को हैदराबाद के गांधी भवन में एक प्रेस कॉफ्रेंस के दौरान उन्होंने बताया कि इंडिया गठबंधन 'एक देश एक चुनाव' के खिलाफ है. इसके साथ ही उन्होंने इसे लोकतंत्र के लिए बड़ा खतरा बताया है. 


ए. रेवंथ रेड्डी ने प्रेस कॉफ्रेंस के दौरान तेलंगाना के मुख्यमंत्री और बीआरएस प्रमुख के चंद्रशेखर राव की एक चिट्ठी दिखाई, जिसमें चंद्रशेखर राव ने वन नेशन वन इलेक्शन को अपना समर्थन दिया था.


केसीआर ने दिया था समर्थन?


तेलांगाना के मुख्यमंत्री केसीआर ने 2018 में सुप्रीम कोर्ट के पूर्व न्यायाधीश और भारत के विधि आयोग के अध्यक्ष न्यायमूर्ति बीएस चौहान को चिट्ठी लिखकर वन नेशन वन इलेक्शन पर अपना समर्थन जाहिर किया था. 


उन्होंने चिट्ठी में लिखा था, 'सबसे पहले, इस विषय पर हमारी पार्टी के विचार व्यक्त करने का अवसर देने के लिए मैं आपको बहुत-बहुत धन्यवाद देता हूं. हम सब जानते हैं कि लोकसभा और राज्य विधानसभाओं के चुनाव कराने में हर बार चार से छह महीने लग जाते हैं. पूरे राज्य और जिला स्तर की प्रशासनिक और सुरक्षा मशीनरी मौजूदा व्यवस्था के अनुसार पांच साल में दो बार चुनाव कराने में बहुत व्यस्त रहती है.'


केसीआर ने आगे लिखा, 'लंबे समय तक आदर्श आचार संहिता लागू होने की वजह से राज्य सरकार की विकास और कल्याणकारी गतिविधियों में बाधा आती है. ऐसी स्थिति को देखते हुए तेलंगाना राष्ट्र समिति( अब भारत राष्ट्र समिति) लोकसभा और राज्य विधानसभाओं के लिए एक साथ चुनाव कराने के पक्ष में है.'


बीआरएस पार्टी ने पिछले साल पार्टी के नाम में बदलाव किया था, इससे पहले पार्टी का नाम टीआरएस पार्टी था. तब पार्टी ने दावा किया था कि वह बीजेपी से जुड़ी नहीं है. वन नेशन वन इलेक्शन पर बीआरएस ने अब तक कोई बयान नहीं दिया है. रेवंत रेड्डी ने बीआरएस से पूछा, 'क्या हम यह मान सकते हैं कि बीआरएस की चुप्पी बीजेपी को पूर्ण समर्थन देती है, इसके अलावा कुछ और नहीं?'


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