ऑक्सफोर्ड इंग्लिश डिक्शनरी से संबंधित संगठन ‘ऑक्सफोर्ड लैंग्वेजेज’ ने कहा है कि ‘कोरोना वायरस’ शब्द इस साल अप्रैल तक सर्वाधिक इस्तेमाल किए गए अंग्रेजी शब्दों में से एक रहा है. संगठन ने सोमवार को कहा कि ‘वर्ड्स ऑफ अनप्रेसेडेंटेड ईयर’ रिपोर्ट में कहा गया है कि लॉकडाउन, डब्ल्यूएफएच (वर्क फ्रॉम होम), सपोर्ट बबल्स जैसे शब्दों का भी इस वर्ष खूब इस्तेमाल हुआ.


अगर भारत की बात करें तो ‘ई पास’ जैसे शब्द का लोगों ने व्यापक इस्तेमाल किया. रिपोर्ट में कहा गया है कि हालांकि कोरोना वायरस की कहानी 1960 के दशक से जुड़ी है, लेकिन तब इसका इस्तेमाल वैज्ञानिक और चिकित्सा जगत से जुड़े लोग ही करते थे. इस साल अप्रैल तक यह सर्वाधिक इस्तेमाल किए गए शब्दों में से एक बन गया. मई तक कोविड-19 शब्द इससे आगे निकल गया.


दुनियाभर में तेजी से फ़ैल रहा कोरोना संक्रमण 


आपको बता दें कि दुनियाभर में कोरोना वायरस से अबतक 5,95,09,905 लोग संक्रमित हो चुके हैं. वहीं दुनियाभर में इस संक्रमण से मरने वालों की संख्या बढ़कर 14,01,827 हो गई है. वहीं, इस संक्रमण से अबतक दुनियभर में 4,11,52,395 लोग ठीक भी हुए हैं.


भारत में क्या है कोरोना की स्थिति?


कोरोना वायरस लगातार लोगों को अपनी चपेट में लेता जा रहा है. इस महामारी के चलते अब तक देश के 90 लाख से ज्यादा लोग संक्रमित हो चुके हैं. रोकथाम की तमाम कोशिशों के बावजूद बढ़ती ठंड और प्रदूषण के चलते कोरोना अपना विकराल रूप दिखा रहा है. मंगलवार को प्रधानमंत्री मोदी की तरफ से देशभर के मुख्यमंत्रियों के साथ कोविड-19 की स्थिति पर चर्चा की जाएगी. आपको बता दें कि भारत में अबतक इस संक्रमण से 91,77,722 लोग संक्रमित हो चुके हैं. वहीं, मरने वालों की संख्या बढ़कर 1,34,254 पर पहुंच गई है.


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