नई दिल्ली: बुधवार यानि कल आठ नवंबर को नोटबंदी का एक साल पूरा हो जाएगा. नोटबंदी के फायदे को लेकर सरकार की ओर से तमाम दावे किए जा रहे हैं. जिसमें देश के लोगों को बताया जा रहा है कि आर्थिक मोर्चे पर पीएम मोदी का ये सबसे बड़ा फैसला कितना कामयाब रहा है.
नोटबंदी के एक साल पूरे होने के ठीक पहले वित्त मंत्रालय ने इसके अच्छे असर का आंकड़ा पेश किया है. वित्त मंत्रालय की ओर से ट्विटर पर लिखा गया कि नोटबंदी से ब्लैक मनी को बाहर निकालने में मदद मिली है. साथ ही इससे जाली नोटों पर भी लगाम लगी है. नोटबंदी का बड़ा फायदा ये भी है कि इससे चलन में कैश पहले से कम हुआ है, यानि लेन-देन के लिए नकदी पर लोगों की निर्भरता कम हुई है.
मंत्रालय ने जानकारी दी कि नए नोटों के सिस्टम में आने के बाद केवल 83 फीसदी करेंसी ही सर्कुलेशन में है. 4 अगस्त 2017 को सर्कुलेशन में मौजूद करेंसी 17.77 लाख करोड़ रुपये से घटकर 14.75 लाख करोड़ रुपये हो गई है.
इससे पहले सरकार ने भी कई दावों के जरिए नोटबंदी को सफल बताया था. सरकार का दावा है कि नोटबंदी से 2 लाख फर्जी कंपनियां पकड़ी गईं, ये कंपनियां ब्लैकमनी छुपाने का स्रोत थीं. नोटबंदी के बाद करीब एक करोड़ पच्चीस लाख टैक्सपेयर एक साल में ही बढ़े हैं. नोटबंदी के बाद डिजिटल ट्रांजेक्शन 300 फीसदी तक बढ़ा है. वहीं आतंकवादियों को मिलने वाले आर्थिक सपोर्ट में भी कमी आई है. सरकार के दावे को माने तो सबसे ज्यादा फायदा 8 लाख करोड़ के कर्ज से डूबे बैंकिंग सिस्टम को हुआ है.