नई दिल्ली: विदेश से आने वाले प्याज़ की खेप भारत पहुंचने लगी है. इस हफ़्ते के अंत तक ये प्याज़ बाज़ार में पहुंचने भी लगेगा. लेकिन ये सवाल कायम है कि क्या इससे प्याज़ की महंगाई से लोगों को राहत मिलेगी? हालांकि प्याज़ के सप्लाई की कमी को पूरा करने के केंद्र सरकार ने और प्याज़ आयात करने का निर्णय किया है.


सरकारी कम्पनी एमएमटीसी ने टर्की से और प्याज़ मंगवाने के लिए करार किया है. क़रार के मुताबिक़ एमएमटीसी टर्की से 12500 मीट्रिक टन प्याज़ खरीदेगा. इसे मिलाकर सरकार अबतक 42500 मीट्रिक टन प्याज़ आयात करने का करार कर चुकी है जिसमें टर्की से पहले किया गया 11000 मीट्रिक टन का आयात भी शामिल है. टर्की से नए करार के तहत आनेवाला 12500 मीट्रिक प्याज़ जनवरी के मध्य से भारत पहुंचने लगेगा.


विदेश से पहुंचने लगा है प्याज़


केंद्र सरकार की ओर से एमएमटीसी अबतक कुल मिलाकर 42500 मीट्रिक टन प्याज़ के आयात का करार कर चुकी है. इसमें से 12000 मीट्रिक टन प्याज़ 31 दिसम्बर तक भारत पहुंच जाएगा. एमएमटीसी ने सबसे पहले 6090 मीट्रिक टन प्याज़ के आयात के लिए मिश्र से करार किया था. सूत्रों के मुताबिक़ इस करार के तहत प्याज़ से लदे तीन जहाज अबतक मुम्बई के बंदरगाह पर पहुंच चुके हैं और जहाजों का पहुंचना लगातार जारी है. मिश्र के अलावा एमएमटीसी ने टर्की से प्याज़ के आयात का करार किया है.


अगले 1 - 2 दिनों में दिल्ली पहुंचेगा प्याज़


मिश्र से आई प्याज़ की पहली खेप पहले आंध्र प्रदेश और दिल्ली पहुंचेगी. सूत्रों के मुताबिक़ अगले 2 दिनों में आयातित प्याज़ दिल्ली पहुंचने लगेगा. सरकार को उम्मीद है कि प्याज की इस आवक से दाम में गिरावट शुरू हो जाएगी . दिल्ली में नैफेड को मदर डेयरी और सफल के बूथों के ज़रिए सस्ता प्याज़ वितरित करने के निर्देश दिए गए हैं. उपभोक्ता मंत्रालय के एक अधिकारी ने एबीपी न्यूज़ को बताया कि अगले 15 दिनों में प्याज की क़ीमत 50 रुपए प्रति किलो के आसपास पहुंच जाएगी. इसकी एक वजह ये है कि बाहर से आने वाले प्याज़ के अलावा घरेलू पैदा होने वाले खरीफ़ सीजन के प्याज़ भी बाज़ार में पहुंचने लगेगी जिससे प्याज़ की सप्लाई सामान्य हो सकेगी.