(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
दिल्ली में फिर 125 रुपये किलो हुआ प्याज, और बढ़ सकते हैं दाम
लाख कोशिशों के बाद भी अभी तक प्याज की कीमतों में उतनी कमी नहीं आई है. प्याज की बढ़ती कीमतों को देखते हुए सरकार ने 1.2 लाख टन प्याज का आयात करने का फैसला किया है.
नई दिल्ली: बाजार में प्याज की लगातार बढ़ती कीमतों से लोग परेशान है. सरकार प्याज की कीमतों को कम करने और बाजार में प्याज की सप्लाई की कमी को पूरे करने के लिए तमाम कोशिशें कर रही हैं. पर सब नाकाफी साबित हो रहे हैं. राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली समेत पूरे देश में सोमवार को फिर प्याज के दाम में उछाल आया. दिल्ली में प्याज का थोक भाव 95 रुपये प्रति किलो से ऊपर चला गया. वहीं, दिल्ली-एनसीआर के बाजारों में प्याज का खुदरा भाव फिर बढ़कर 125 रुपये प्रति किलो तक चला गया है. कहा जा रहा है कि आने वाले दिनों में प्याज और महंगा होगा.
केंद्रीय उपभोक्ता मंत्रालय की वेबसाइट पर दी गई कीमत सूची के अनुसार, देशभर में सोमवार को प्याज का खुदरा भाव 35-180 रुपये प्रति किलो था. वहीं, देश के सबसे बड़े प्याज उत्पादक प्रदेश महाराष्ट्र की लासलगांव मंडी में प्याज का थोक भाव 2,000-10,099 रुपये प्रति क्विंटल यानी 20-100.99 रुपये प्रति किलो था. वहीं, महाराष्ट्र के कोल्हापुर में प्याज का थोक भाव 50-140 रुपये प्रति किलो था. प्याज की ये कीमतें महाराष्ट्र प्रदेश कृषि विपणन बोर्ड की वेबसाइट पर दी हुई है. इससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि वहां खुदरा प्याज किस भाव बिकता होगा.
प्याज का थोक भाव 95 रुपये प्रति किलो
कारोबारियों ने बताया कि अफगानिस्तान से प्याज की आवक रुकने की आशंकाओं से दाम बढ़ा है. आजादपुर मंडी के कारोबारी और ऑनियन मर्चेट एसोसिएशन के अध्यक्ष राजेंद्र शर्मा ने बताया कि प्याज का थोक भाव 95 रुपये प्रति किलो तक चला गया है जोकि इस सीजन का सबसे ऊंचा स्तर है.
उन्होंने कहा कि बाजार में चर्चा है कि पाकिस्तान ने अफगानिस्तान से आने वाले प्याज पर रोक लगा दी है जिसके कारण कीमतों में तेजी आई है. हालांकि पाकिस्तान की सीमा से लगे राज्य पंजाब के अमृतसर में एक कस्टम अधिकारी से इस बाबत पूछने पर उन्होंने बताया कि सोमवार को भी पाकिस्तान के रास्ते देश में अफगानी प्याज पहुंचा है.
उत्तर भारत में प्याज के दाम में आई थी नरमी
गौरतलब है कि पिछले सप्ताह अफगानिस्तान से प्याज की आवक बढ़ने से देश की राजधानी दिल्ली समेत पूरे उत्तर भारत में प्याज के दाम में नरमी आई. दिल्ली-एनसीआर में इस महीने के आरंभ में प्याज का खुदरा भाव जहां 80-150 रुपये किलो तक था वहां बीते सप्ताह 70-90 रुपये प्रति किलो पर आ गया, लेकिन सोमवार को फिर थोक भाव बढ़ने से खुदरा प्याज 70-125 रुपये प्रति किलो बिकने लगा.
दिल्ली की आजादपुर मंडी एपीएमसी की कीमत सूची के अनुसार, मंडी में सोमवार को प्याज का थोक भाव 20-90 रुपये प्रति किलो था जबकि आवक महज 453.7 टन थी.
बारिश के कारण घरेलू प्याज की आवक प्रभावित, विदेशी प्याज की आवक भी घटी
कारोबारियों ने बताया कि बीते तीन दिनों के दौरान हुई बारिश के कारण घरेलू प्याज की आवक प्रभावित रही. वहीं, विदेशी प्याज की आवक भी घट गई है. विदेशी प्याज की आवक सोमवार को आजादपुर मंडी में 58.6 टन थी जबकि पिछले सप्ताह आवक 300 टन से ज्यादा होने लगी थी.
उधर, बताया जा रहा है कि सरकार द्वारा आयातित प्याज की पहली खेप मुंबई बंदरगाह पर आ चुकी है. पिछले दिनों केंद्रीय उपभोक्ता मामले, खाद्य एवं सार्वजनिक वितरण मंत्री राम विलास पासवान ने कहा था कि मिस्र से आयातित प्याज की पहली खेप 15 दिसंबर तक देश में आ जाएगी.
1.2 लाख टन प्याज का आयात करेगी केंद्र सरकार देश में प्याज की उपलब्धता बढ़ाकर बढ़ती कीमतों पर लगाम लगाने के लिए केंद्र सरकार ने 1.2 लाख टन प्याज का आयात करने का फैसला लिया है.
पिछले सप्ताह केंद्रीय उपभोक्ता मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि मंत्रालय ने बताया कि अब तक करीब 30,000 टन प्याज आयात के सौदे किए गए हैं और एमएमटीसी को 15,000 टन अतिरिक्त प्याज आयात के लिए तीन टेंडर जारी करने के निर्देश दिए गए हैं.
चार हजार सालों से खाने में हो रहा प्याज का इस्तेमाल
प्याज का इतिहास चार हजार साल पुराना है. जब नदियों के किनारे सभ्यताएं विकसित हो रही थी तभी से खाने में प्याज का इस्तेमाल होता आ रहा है. दुनिया की सबसे पुरानी सभ्यताओं में एक मेसोपोटामिया के समय में भी प्याज के सेवन करने के साक्ष्य मिलने की बात कही गई है. पाक कला से जुड़ी प्रचीन किताब में प्याज से बनी सब्जियों का जिक्र प्याज मिलता है. यानि भोजन में प्याज का प्रयोग आज से नहीं है बहुत पुराना है.
भारत में प्रतिदिन 50 लाख मीट्रिक टन प्याज की खपत
भारत में प्याज की खपत प्रतिदिन 50 लाख मेट्रिक टन है. इसमें से 12 लाख टन अकेले महाराष्ट्र से आता है. देश के 26 राज्यों में प्याज का उत्पादन होता है. इस समय देश में प्याज सेब से अधिक मंहगा है. सेब जहां 80 रुपये प्रति किलो मिल रहा वहीं प्याज 100-120 रुपये प्रति किलो है.
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