नई दिल्ली: इन दिनों लगातार बढ़ रहे प्याज के दामों ने लोगों को रोने पर मजबूर कर दिया है. वहीं प्याज के दामों में जल्द गिरावट की संभावना भी कम ही है. जिसकी वजह से देश के प्रमुख प्याज उत्पादक राज्यों में उत्पादन में आई कमी आई है. खाद्य मंत्री रामविलास पासवान ने कहा है कि सरकार ने इस कमी की भरपाई के लिए प्याज आयात करने का फैसला किया है.
नवम्बर के पहले हफ्ते में बाजार में पहुंचने वाले प्याज के उत्पादन में 25 से 30 फीसदी तक कमी आई है. कीमत की समीक्षा को लेकर बुधवार को खाद्य मंत्री रामविलास पासवान ने मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ बैठक की. बैठक के बाद पासवान ने कहा कि प्याज की कीमत कम होने में अभी वक्त लग सकता है. उन्होंने कहा कि सरकार ने इस पर आपूर्ति बढ़ाने के लिए प्याज को आयात करने का फैसला किया है.
प्याज को बढ़ते दामों को देखते हुए खाद्य मंत्रालय ने विदेश मंत्रालय से सम्पर्क साधा है. जिससे प्याज आयात में तेजी आ सके. वहीं केंद्र सरकार ने टर्की , ईरान , अफगानिस्तान और मिस्र से प्याज आयात करने की अनुमति दे दी है. विदेश मंत्रालय को उम्मीद है कि जल्द ही प्याज के 80 कंटेनर देश में पहुंच जाएंगे. जिससे प्याज की आपूर्ति बढ़ सकेगी. हालांकि सूत्रों के मुताबिक जिन देशों से प्याज के आयात करने की योजना है वहां भी प्याज की कीमत ज्यादा ही है.
आपको बता दें कि पिछले एक हफ्ते में प्याज के दाम में 40 से 50 फीसदी तक की बढोत्तरी हुई है. दिल्ली में भी खुले बाजार में प्याज की कीमत 100 रुपए प्रति किलो तक पहुंच गई है. पहले उम्मीद थी कि नवम्बर के पहले हफ्ते में प्याज की नई फसल आने से दाम में कमी आएगी लेकिन ऐसा नहीं हो पाया.