नई दिल्ली: सीमित आपूर्ति की वजह से राजधानी दिल्ली में प्याज की खुदरा कीमत 70-80 रुपये प्रति किलोग्राम के बीच चल रही हैं. कीमत की यही स्थिति देश के अन्य हिस्सों में भी है. केंद्र सरकार द्वारा कीमतों को नियंत्रित करने के कई प्रयासों के बाद भी प्याज की कीमतें उच्च स्तर पर बनी हुई हैं.


प्याज के मूल्य पर अंकुश लगाने के लिए, सरकार ने कई कदम उठाए हैं, जिसमें निर्यात प्रोत्साहन को वापस लेना और न्यूनतम निर्यात मूल्य बढ़ाने जैसे कदम शामिल हैं. सरकार जमाखोरों और कालाबाजारी करने वालों के खिलाफ कार्रवाई भी कर रही है.





लेकिन जैसे-जैसे प्याज की कीमतों में बढ़ोतरी जारी है, सोशल मीडिया पर लोग यह बताने के लिए मीम्स शेयर कर रहे हैं कि कैसे ऊंची कीमतें उन्हें प्रभावित कर रही हैं.





खबरों के मुताबिक बाढ़ के कारण खरीफ (गर्मी) प्याज का उत्पादन प्रभावित हुआ है. बाढ़ के कारण फसल का बोया गया रकबा 10 प्रतिशत कम है. मौजूदा समय में, ताजा प्याज उपलब्ध नहीं हैं. ज्यादातर प्याज पिछले साल की फसल का है. नया उत्पादन बाजार में नवंबर से आने की संभावना है. हालांकि प्याज के भावों में इस समय चल रही तेजी पर केंद्रीय मंत्री रामविलास पासवान ने कहा है कि ये थोड़े समय की बात है.








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