नई दिल्ली: देश में प्याज के दाम आसमान छू रहे हैं. पिछले एक महीने में दाम काफी बढ़ गए हैं और लोगों के घरों का बजट बिगड़ रहा है. हालत ये है कि लोगों ने प्याज का इस्तेमाल काफी कम कर दिया है. जानकार बता रहे हैं कि आने वाले वक्त में प्याज के दाम और बढ़ सकते हैं हालांकि सरकारों और प्रशासन ने इस तरफ ध्यान दिया है और कुछ कदम उठाए हैं.
प्याज के बढ़ते हुए दामों के बीच दो जगहों से प्याज की चोरी की खबरें भी सामने आई हैं. नासिक के एक गोदाम से जहां 35 क्विंटल प्याज चोरी हुआ है वहां पटना के पास भी करीब 8 लाख के प्याज को चोरी कर लिया गया है.
पटना संवाददाता प्रकाश कुमार की खबर के मुताबिक फतुहा में चोरों ने प्याज़ की 328 बोरियां चुरा लीं. चोरों ने प्याज गोदाम का ताला तोड़ कर करीब आठ लाख रुपये का प्याज़ उड़ा लिया. चोर, गोदाम में रखे 328 बोरी प्याज और अलमारी में बंद 1 लाख 73 हजार कैश की चोरी कर आराम से निकल गए.
सुबह जब प्याज़ का थोक विक्रेता गोदाम पर पहुंचा तो ताला टूटे मिले. प्याज़ की बोरियां और कैश गायब थे. गोदाम मालिक ने चोरी की घटना को देखकर पुलिस को खबर दी और एफआईआर लिखवाई. सुचना मिलते पुलिस मौके पर पहुँची और जांच में जुट गयी.
प्रयागराज में भी प्याज ने रुलाया
संगम नगरी प्रयागराज के लोगों को इन दिनों खून के आंसू रुला रही हैं प्याज की आसमान छूती कीमतें. यहाँ प्याज के दाम सत्तर रूपये किलो तक पहुँच गए हैं. प्रयागराज में पिछले एक महीने में प्याज की कीमतें तीन गुने से ज्यादा बढ़ गई हैं. प्याज की बढी हुई कीमतों ने लोगों के घर का बजट बिगाड़कर रख दिया है. बढी हुई कीमतें बिना कटे ही लोगों के आंसू निकाल रही हैं. कीमतों में बढ़ोत्तरी होने की वजह से यहां के लोगों ने प्याज का इस्तेमाल काफी कम कर दिया है. जिन घरों में पहले हफ्ते भर में एक किलो से ज्यादा प्याज इस्तेमाल की जाती थी वहाँ अब महज़ एक पाव से ही काम चलाना पड़ रहा है.
जयपुर का भी हाल बेहाल
दामों में भारी उछाल की वजह से प्याज एक बार फिर आम जनता के आंसू निकालने लगा है. देश भर में भारी बारिश के वजह से प्याज की फसल को हुए नुकसान के कारण मंडियों में प्याज की आवक कम हो गई जिसकी वजह से प्याज के भाव बढ़ते जा रहे हैं. जयपुर में कुछ दिन पहले तक तीस से पैंतीस रुपए प्रति किलो की दर से बिक रहा प्याज अब साठ रुपए को पार कर गया है. एक तरफ जहां जयपुर की सब्जी मंडियों में खरीद के लिए आ रहे लोग भी प्याज के दामों में आये उछाल से परेशान हैं वहीं दूसरी तरफ विक्रेता मानते हैं कि ग्राहकी कम हो गई है और अभी दाम में राहत के आसार नहीं है.