प्याज अभी और निकालेगा आंसू, 20 जनवरी तक आएगा विदेश से मंगवाया गया प्याज
प्याज की कीमतों में फिलहाल कमी नहीं आने वाली, सरकार और जनता अब आयातित प्याज का इंतजार कर रहे हैं. इस प्याज के आने बाद ही प्याज की कीमतों में कमी आने की बात कही जा रही है.
नई दिल्ली: प्याज की कीमतों के काम होने का इंतजार कर रहे लोगों को फिलहाल राहत मिलती नहीं दिख रही है.सरकार के तमाम प्रयासों के बाद भी प्याज के दाम आसमान छू रहे हैं. देश के कुछ स्थानों पर प्याज 200 रुपये प्रति किलोग्राम तक पहुंच गया है. जनवरी के तीसरे सप्ताह से प्याज की कीमतों में कमी आने की संभावना है.
देश में इस समय सबसे कम कीमत पर प्याज नासिक में मिल रहा है. यहां प्याज की कीमत 75 रुपये प्रति किलोग्राम है. जबकि अन्य राज्यों में प्याज की कीमत 100 रुपये से अधिक है. सरकार की मानें तो देश में आयातित प्याज 20 जनवरी तक आ जाएगा.
खबर है कि इस दिन तक प्याज की पहली खेप भारत आ जाएगी. लोगों की तरह सरकार को भी इस प्याज की पहली खेप का इंतजार है. प्याज की बढ़ती कीमतों को देखते हुए सरकार ने 1.2 लाख टन प्याज का आयात करने का फैसला किया है.
प्याज की कीमतें बढ़ने के पीछे सरकार का कहना कि बारिश के चलते प्याज की फसल को नुकसान पहुंचा है जिस कारण प्याज के दामों में उछाल आया है. प्याज का प्रमुख उत्पादक राज्य महाराष्ट्र है. भारत में प्याज की खपत प्रतिदिन 50 लाख मेट्रिक टन है.
इसमें से 12 लाख टन अकेले महाराष्ट्र से आता है. सरकारी ने आयात निविदाओं के जरिए एक लाख टन प्याज आयात करने का निर्देश दिया गया है. आयातित प्याज आने के बाद मांग को देखते हुए वितरण किया जाएगा.