नोएडाः गौतमबुद्ध नगर में रिश्वतखोरी को रोकने के लिए ईपीएफओ आयुक्त नरेंद्र सिंह ने संगठन में ई-निरीक्षण और ई-कोर्ट की सुविधा शुरू कर दी है. बीते गुरुवार को गाजियाबाद ब्रांच की सीबीआई टीम ने नोएडा सेक्टर-24 स्थित ईपीएफओ कार्यालय में छापेमारी कर दो अधिकारियों को आठ लाख रुपये की रिश्वत लेते पकड़ा था. इस मामले के सामने आने के बाद विभागीय अधिकारी सतर्क हो गए हैं.


डिफॉल्टर कंपनियों पर कसेगा शिकंजा


ईपीएफओ द्वारा शुरू की गई इस सुविधा से डिफॉल्टर कंपनियों पर शिकंजा कसने में आसानी होगी. वहीं अब कंपनियों की ऑनलाइन ही जांच हो सकेगी. कर्मचारियों को अब कंपनी में जाना नहीं पड़ेगा.


कंपनी द्वारा जवाब सही नहीं मिलेने पर उस कंपनी को क्लोज मार्क कर दिया जाएगा. ऐसा करने से कंपनी मालिकों का भी ईपीएफओ पर भरोसा बढ़ेगा.


व्यापार में होगी सुगमता


ईपीएफओ आयुक्त नरेंद्र सिंह ने बताया, "ई-निरीक्षण सुविधा से व्यापार की सुगमता को बढ़ावा मिलेगा. जो प्रतिष्ठान सोच-समझकर गड़बड़ी नहीं कर रहे हैं, उन्हें इसका फायदा होगा. इससे उनके अनुपालन की लागत को कम किया जा सकेगा. इसके अलावा ईपीएफओ का बकाया जमा नहीं करने वालों पर भी कार्रवाई की जाएगी."


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