ऑनलाइन गेम खेलने में मशगूल रहता था 10 साल का बेटा, मां ने मोबाइल छीनकर रखा तो लगा ली फांसी
Online games: यूपी का एक 10 साल का बच्चा आरुष मोबाइल पर गेम खेलता रहता था. मां उसे मना करती थी. एक दिन उसकी पिटाई कर दी और मोबाइल छीन लिया. इससे गुस्सा होकर बेटे ने बड़ा कदम उठा लिया.
UP Lucknow news: ऑनलाइन गेम खेलना आजकल बहुत से बच्चे का शौक बन गया है. इंटरनेट पर कुछ गेम बड़े खतरनाक साबित हो जाते हैं, तो कहीं बच्चे ऐसे गेम खेलने के इस कदर आदी हो जाते हैं कि उन्हें कुछ और नहीं सूझता. उत्तर प्रदेश में लखनऊ (Lucknow) के थाना हुसैनगंज के चितवापुर इलाके में एक बच्चे से उसकी मां ने मोबाइल छीन लिया तो बच्चे ने फांसी लगाकर जान दे दी. वह महज 10 साल का था, मां उसे मोबाइल पर गेम (Mobile games) खेलने से मना किया करती थी.
डीसीपी सेंट्रल जोन अपर्णा रजत कौशिक ने घटना के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि फांसी लगाने वाले बच्चे का नाम आरुष था. पता चला है कि आरुष मोबाइल पर गेम ज्यादा खेलता था. वह ऑनलाइन गेमिंग का आदी हो गया था. घरवाले उसे मना करते थे. मां फटकार लगाती थी. मां ने एक दिन मोबाइल छीनकर रख लिया तो इसी से नाराज होकर आरुष ने ऐसा कदम उठा लिया. इस घटना का पता तब चला जब काफी देर तक घर के अंदर से कोई आवाज नहीं आई.
'स्कूल जाने से रुक गया था, गेम खेलता रहता था आरुष'
पुलिस के मुताबिक, आरुष के पिता नहीं थे. उसकी मां कोमल (40) अपने पति की मौत के बाद पीहर में रह रही है. मां कोमल के अलावा उसके आरुष (10 वर्ष) और बेटी विदिशा (12 वर्ष) साथ रहते थे. परिजनों का कहना है कि बेटा आरुष कई दिनों से स्कूल नहीं जा रहा था. दिनभर घर पर वह मोबाइल गेम खेलता रहता था. मां ने उसे कई बार डांटा भी, लेकिन वो नहीं माना. इस बीच, घटना वाले दिन मां ने उसे चांटे जड़ दिए और उसके हाथों से मोबाइल छीनकर बाहर चली गई.
बताया जा रहा है कि गुस्से में आरुष ने अपनी बड़ी बहन विदिशा (12 वर्ष) को कमरे के बाहर भेजकर अंदर से दरवाजा लगा लिया था. उसके बाद काफी देर तक अंदर से उसकी आवाज नहीं आई. बहन ने घरवालों को बताया. घरवालों ने जब दरवाजा तोड़ा तो, देखा कि 10 वर्षीय आरुष मासूम फांसी के फंदे पर लटका हुआ है. जिसके बाद सभी रोने-बिलखने लगे. पुलिस वहां पहुंची, लेकिन मां की तरफ से कोई तहरीर नहीं दी गई. बहरहाल, पुलिस आगे की जांच में जुटी है.
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