राजधानी दिल्ली मे पुलिस ने ऑनलाइन प्रॉस्टिट्यूशन रैकेट चला रहे गिरोह का भंडाफोड़ कर बड़ी कामयाबी हासिल की है. पुलिस ने एक नाबालिक बच्ची को भी इनके चुंगल से आजाद कराने में सफलता हासिल की है. यह गिरोह बेहद शातिर तरीके से व्हाट्सएप ग्रुप के जरिए इस रैकेट को चला रहा था. इतना ही नहीं ग्राहकों से पैसा भी पेटीएम के जरिए लिया जाता था. दिल्ली पुलिस को यह सफलता कापसहेड़ा इलाके से गायब हुई एक 12 साल की लड़की को तलाशने के दौरान मिली.


अपहरण की गुत्थी सुलझाते हुए पुलिस पहुंची इस गिरोह तक


जांच के दौरान पुलिस को पता चला कि यह लड़की देह व्यापार चलाने वाले एक गिरोह के चुंगल में फंसी हुई है. पुलिस ने टेक्निकल सर्विलांस और मुखबिर के अपने नेटवर्क को खंगाला और करीब 2 महीने बाद सफलता हासिल करते हुए इस बच्ची को दिल्ली के मजनू का टीला इलाके से रेस्क्यू करा लिया और रेड करके गिरोह के 4 सदस्यों को धर दबोचा. पुलिस के मुताबिक गिरफ्तार आरोपियों में 2 महिलाएं भी शामिल हैं.


व्हाट्सएप ग्रुप के जरिये चला रहे थे रैकेट


दिल्ली पुलिस के मुताबिक रेस्क्यू की गई नाबालिग लड़की ने उन्हें बताया कि इस गिरोह ने उसका उस वक्त अपहरण कर लिया था जब वो अपने घर के पास चिप्स लेने के लिए एक दुकान पर गई थी. अपहरणकर्ता पीड़ित बच्ची को बर्थडे केक खिलाने के बहाने ले गया. केक खाने के बाद बच्ची बेहोश हो गयी और फिर उसे इस गिरोह के सदस्यों के हवाले कर दिया गया. नाबालिग में ये भी बताया कि वहां जबरन उसे ड्रग्स भी दिया गया.


गिरोह के बाकी सदस्यों की तलाश में पुलिस


पुलिस के मुताबिक दो लोग दिल्ली के रहने वाले है जबकि दो लोग उत्तर प्रदेश के रहने वाले हैं. पुलिस के मुताबिक अभी तक की जांच में इनके चंगुल में किसी और लड़की के फंसे होने की फिलहाल जानकारी नहीं है लेकिन पुलिस इनके व्हाट्सएप ग्रुप को भी खंगाल रही है. साथ ही फरार दो और आरोपियों की तलाश में भी जुटी है.


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