नई दिल्ली: हैदराबाद की विशेष मनी लॉन्ड्रिंग कोर्ट ने एक चीनी नागरिक यान होंग समेत तीन लोगों को पूछताछ के लिए 8 दिन की ईडी रिमांड पर भेजा है. इन लोगों पर चाइनीज़ एप्स द्वारा ऑनलाइन सट्टा खिलाने का आरोप है. साथ ही यह भी आरोप है कि इन लोगों ने 1000 करोड़ रुपये से ज्यादा की धोखाधड़ी की. ईडी इस मामले में पहले भी 40 करोड़ रुपये की बैंक में जमा रकम निकलवाए जाने पर रोक लगा चुका है. चीनी नागरिक के साथ जिन अन्य दो लोगों को रिमांड पर भेजा गया है, उनके नाम धीरज सरकार और अंकित कपूर बताए गए हैं.


ईडी के एक आला अधिकारी ने बताया कि आरोपियों द्वारा ई-कॉमर्स की आड़ में ऑनलाइन सट्टेबाजी को बढ़ावा देने के लिए सैकड़ों वेबसाइट बनाई गई थी. साथ ही पेटीएम और कैश फ्री का इस्तेमाल एजेंट सदस्यों के लिए पैसा इकट्ठा करने और कमीशन देने के लिए किया जाता था. आरोप है कि इस मामले में विभिन्न चाइनीस एप्स के जरिए लोगों को ऑनलाइन सट्टा खेलने के लिए प्रेरित किया जाता था और इसके लिए आकर्षण योजनाएं भी दी जाती थीं. एक बार जब कोई आदमी इनके जाल में फंस जाता था तो वह आसानी से बाहर नहीं निकल सकता था.


ईडी के आला अधिकारी के मुताबिक इसके पहले भी प्रवर्तन निदेशालय ने इस मामले में दिल्ली, गुड़गांव, मुंबई और पुणे में 15 जगहों पर छापेमारी की थी और इस छापेमारी के दौरान अनेक लैपटॉप, 17 हार्ड डिस्क, फोन और महत्वपूर्ण दस्तावेज बरामद किए थे. ईडी ने इस मामले में एचएसबीसी बैंक के 4 खातों में रखें 46 करोड़ रुपये से ज्यादा की रकम भी फ्रीज कर दी थी.


ईडी अधिकारी के मुताबिक इस मामले में जो कंपनियां पाई गई हैं, उनमें से अधिकांश निदेशक चीनी भी बताए गए हैं. पूछताछ के लिए इन सभी को नोटिस भी किए जा रहे हैं. आरंभिक जांच के बाद अब ईडी ने इस मामले में चीनी नागरिक समेत तीन लोगों को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया है और इन तीनों से पूछताछ जारी है. ईडी के मुताबिक धोखाधड़ी की रकम एक हजार करोड़ रुपए से ज्यादा भी ज्यादा हो सकती है. मामले की जांच जारी है.