जम्मू: जम्मू-कश्मीर की मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने कश्मीर समस्या को लेकर बड़ा बयान दिया है. महबूबा ने कहा है कि अगर भविष्य में कश्मीर की समस्या का हल अगर कोई कर सकता तो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कर सकते हैं. एक प्रोग्राम में उन्होंने कहा कि कश्मीर की समस्या 70 साल पुरानी है.
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हमें दलदल से बाहर मोदी ही निकाल सकते हैं- महबूबा
महबूबा मुफ्ती ने कहा, ‘’अगर हमें दलदल से कोई बाहर निकाल सकता है तो वह पीएम मोदी हैं. वह जो फैसला करेंगे उस फैसले को पूरा देश समर्थन देगा.’’ उन्होंने कहा, ‘’कश्मीर की स्थिति ठीक नहीं है. इससे जम्मू की स्थिति पर भी प्रभाव पड़ रहा है.’’
पीएम मोदी का लाहौर जाना उनकी ताकत की निशानी है- महबूबा
महबूबा ने कहा, ‘’पहले भी कई प्रधानमंत्री पाकिस्तान जाना चाहते थे, लेकिन उन्होंने हिम्मत नहीं की. पीएम मोदी का लाहौर जाकर पाकिस्तान के प्रधानमंत्री नवाज शरीफ से मिलना उनकी ताकत की निशानी है.’’ उन्होंने कहा, ‘’हम हालात सुधारने की कोशिश कर रहे हैं, लेकिन कुछ ताकतें नहीं चाहती हैं कि ऐसा हो.’’ बता दें कि मीदी 25 दिसंबर, 2015 को नवाज शऱीफ को जन्मदिन की बधाई देने के लिए अचानक पाकिस्तान चले गए थे.
पीएम मोदी ने महबूबा मुफ्ती को किया था दिल्ली तलब
पिछले महीने ही पीएम मोदी ने महबूबा मुफ्ती को दिल्ली तलब किया था और कश्मीर के हालात को लेकर चिंता जताई थी. महबूबा ने भरोसा दिलाया था कि दो तीन महीने में कश्मीर के हालात सुधर जाएंगे. महबूबा ने ये भी कहा था कि कश्मीर में अपनों से बात होनी चाहिए. जबकि बीजेपी अलगाववादियों से बातचीत के पक्ष में नहीं है.
महबूबा को पीएम मोदी का सहारा!
महूबाबा दिल्ली से श्रीनगर लौट गईं और हालात सुधरने की बजाय और बिगड़ गए हैं. ऐसे में महबूबा को सिर्फ पीएम मोदी का सहारा नजर आ रहा है. कश्मीर में बिगड़ते हालात के साथ ही बीजेपी और पीडीपी के रिश्ते बिगड़ने की खबरें भी आ रही हैं. शायद महबूबा को लग रहा है कि अब आगे की राह मुश्किल है. इसलिए उनके सुर बदल गए हैं.
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कश्मीर में अशांति के लिए येचुरी ने मोदी सरकार पर दोष मढ़ा
उधर, माकपा महासचिव सीताराम येचुरी ने जम्मू-कश्मीर में बने हालात के लिए नरेंद्र मोदी सरकार को जिम्मेदार ठहराया और बीजेपी पर राज्य के हालात का राजनीतिक फायदा उठाने की कोशिश का आरोप लगाया है. उन्होंने कहा कि कश्मीर में जारी अशांति के लिए नरेंद्र मोदी सरकार जिम्मेदार है.
कश्मीर के बारे में अपनी नीति स्पष्ट करे सरकार- कांग्रेस
कांग्रेस ने आरोप लगाया कि कश्मीर घाटी में दिनों दिन स्थिति बिगड़ने के बावजूद प्रधानमंत्री इस मुद्दे पर चुप्पी साधे हुए हैं और सरकार को कश्मीर के मामले में अपनी नीति स्पष्ट करनी चाहिए कि वह सैन्य कार्रवाई के पक्ष में है या बातचीत के.
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता कपिल सिब्बल ने कहा कि कश्मीर में ‘‘रोज घुसपैठिए आकर हमला करते हैं. ये तो बहुत दुखद बात है. हमें याद है अमित शाह ने कहा था कि यदि मोदी प्रधानमंत्री बने तो पाकिस्तान के घुसपैठियों की सीमा पार करने की हिम्मत नहीं होगी.’’