Operation Ajay 2nd Phase:  मिडिल ईस्ट की कंट्री इजरायल में फलस्तीन के चरमपंथी समूह 'हमास' के भीषण हमले के बाद चौतरफा बिखरी पड़ी मौत के साए से निकाल कर भारतीयों की दूसरी टोली भी शनिवार (14 अक्टूबर ) को स्वदेश लाई गई है. केंद्र सरकार की ओर से चलाए गए चर्चित 'ऑपरेशन अजय' के तहत विशेष चार्टर्ड प्लेन से 235 भारतीय नागरिकों को इजरायल के तेल अवीव हवाई अड्डे से उड़ान भरकर दिल्ली हवाई अड्डे पर सुरक्षित लाया गया है.


लैंड करने के बाद भारतीय नागरिकों के चेहरे पर खौफ के भीषण मंजर से निकल कर स्वदेश लौटने की खुशी साफ झलक रही थी. इन्होने ऑपरेशन अजय के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और विदेश मंत्री एस जयशंकर का आभार जताया है. विदेश राज्य मंत्री (MoS) राजकुमार रंजन सिंह ने नई दिल्ली हवाई अड्डे पर इन नागरिकों की अगवानी की. जैसे ही फ्लाइट नई दिल्ली में उतरी, लौटने वाले नागरिकों ने अपनी घर वापसी का जश्न मनाने के लिए से 'वंदे मातरम' के नारे लगाए.


'अद्भुत है ऑपरेशन अजय...'


लैंड करने के बाद खुशी जाहिर करते हुए एक शख्स ने कहा, "यह (ऑपरेशन अजय) बहुत अच्छा और अद्भुत है. हम इस पहल से बहुत खुश हैं. विदेश मंत्री डॉ. एस जयशंकर, भारत सरकार को बहुत-बहुत धन्यवाद."


इजरायल से वापस आए एक अन्य भारतीय नागरिक ने सुरक्षित वापसी सुनिश्चित करने के लिए भारत सरकार को धन्यवाद दिया और कहा कि वहां के छात्र घबराए हुए थे और उन्हें डर था कि वे वापस आ पाएंगे या नहीं. उन्होंने कहा, "यह एक अच्छी पहल है. मैं सरकार, हमारे प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी, विदेश मंत्री और इजरायल में हमारे दूतावास को धन्यवाद देता हूं... कई छात्र घबराए हुए थे और डर रहे थे कि वे वापस आ पाएगे या नहीं."


अभी जारी रहेगा ऑपरेशन अजय


मंत्री (MoS) राजकुमार रंजन सिंह ने ‌ हवाई अड्डे पर न्यूज एजेंसी एएनआई से बातचीत में कहा, "ऑपरेशन अजय जारी रहेगा. इजराइल में फंसे अपने नागरिकों को सुरक्षित वापस लाने के लिए सरकार हर तरह की सुविधा देने को तत्पर है. अभी ऑपरेशन का दूसरा चरण है." 


उन्होंने जोर देकर कहा, "हम (ऑपरेशन अजय) जारी रखेंगे. वहां लगभग 18,000 भारतीय नागरिक हैं. यह दूसरा चरण है और हम उन लोगों को सुविधा देने की कोशिश कर रहे हैं जो वापस आना चाहते हैं, इसलिए हम उनकी मदद कर रहे हैं." उन्होंने बताया कि दूसरे चरण में, 235 यात्रियों को इजरायल से वापस लाया गया, जिनमें शिशु भी शामिल थे. सिंह ने कहा, " 235 यात्रियों में से ज्यादातर छात्र हैं, लगभग 135 छात्र हैं, इनमें से दो नागरिक शिशु भी हैं."


विभिन्न राज्य सरकारों ने दिल्ली से अपने राज्यों में नागरिकों की आवाजाही को सुविधाजनक बनाने के लिए अपने प्रतिनिधियों को दिल्ली हवाई अड्डे पर भेजा था.


दो दिनों में वापस लाए गए 447 भारतीय


आपको बता दें कि पिछले दो दिनों में इजरायल-हमास युद्ध के बीच फंसे 447 भारतीय नागरिकों को 'ऑपरेशन अजय' के तहत भारत वापस लाया गया है. एक दिन पहले शुक्रवार (13 अक्टूबर) को 212 नागरिकों को वापस लाया गया था. विदेश मंत्री एस जयशंकर ने शुक्रवार-शनिवार की मध्यरात्रि को एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर पोस्ट किया, "235 भारतीय नागरिकों को लेकर दूसरी उड़ान इजरायल के तेल अवीव से रवाना हुई."


भारत सरकार ने शुरू की है हेल्पलाइन नंबर


इजरायल में भारतीय दूतावास ने 24 घंटे हेल्पलाइन नंबर शुरू की है ताकि वहां रह रहे भारतीयों को हर तरह की मदद मिल सके. नई दिल्ली में एक कंट्रोल रूम खोला गया है जो 24 घंटे इजरायल और फिलिस्तीन मैं भारतीयों की स्थिति पर नजर रख रहा है. नियंत्रण कक्ष के लिए फोन नंबर 1800118797 (टोल फ्री), +91-11 23012113, +91-11-23014104, +91-11-23017905 और +919968291988 हैं. मदद के लिए ईमेल आईडी situation@mea.gov.in है.


तेल अवीव में भी भारतीय दूतावास की 24 घंटे की आपातकालीन हेल्पलाइन नंबर +972-35226748 और +972-543278392 जारी किया गया है। इसके साथ ही लोगों की मदद के लिए  cons1.telaviv@mea.gov.in ईमेल आईडी भी जारी किया गया है.


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