Manhunt For Amritpal: अमृतपाल सिंह के नेटवर्क पर लगातार हो रहे एक्शन से उसके हमदर्द खालिस्तानी समर्थरक बौखला गए हैं. भारत से लेकर विदेश तक से अफवाहों के जरिए साजिश रची जा रही है. कहीं पोस्टर लगाए जा रहे हैं तो कहीं सोशल मीडिया से दुष्प्रचार हो रहा है. जालंधर से लेकर कुरुक्षेत्र तक का सीसीटीवी ट्रेल  सामने आने के बाद भी अफवाहों का बाजार गर्म है.


अफवाह फैलाई जा रही है कि अमृतपाल को गिरफ्तार कर लिया गया है. यूपी के रामपुर जिले के बिलासपुर में अमृतपाल की गिरफ्तारी के विरोध में पोस्टर लगा दिए गए. इसके बाद पुलिस ने मार्च निकाल कर साफ संदेश दिया कि अमृतपाल के हमर्दद बचेंगे नहीं. 


कुछ ऐसा ही हाल उत्तराखंड के उधमपुर नजर में नजर आया जहां पोस्टर लगने की बात सामने आने के बाद पुलिस एक्शन में है. पुलिस और आईबी की टीम ने पांच लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ की.


अमृतपाल के समर्थक फैला रहे अफवाह


अमृतपाल के एक समर्थक ने दिल्ली के प्रगति मैदान में भारत का झंडा उतारने का ऑडियो मैसेज भी भेजा है जिसके बाद जांच और तलाशी बढ़ा दी गई है. पुलिस का कहना है कि विदेश में बैठे हैंडलर अफवाहें फैला रहे हैं.


बठिंडा के एसएसपी गुलनीत सिंह खुराना ने कहा, "हमारी अपील है कि लोग अमृतपाल सिंह की गिरफ्तारी के बारे में सोशल मीडिया पर फैलाई जा रही फर्जी सूचनाओं पर विश्वास न करें. जब भी गिरफ्तारी होगी, इसकी जानकारी पुलिस प्रेस कॉन्फ्रेंस के जरिए देगी."


उत्तराखंड के रास्ते भाग सकता है नेपाल


पंजाब पुलिस ने 18 मार्च को अमृतपाल सिंह के खिलाफ अभियान शुरू किया था. 8 दिन बीत जाने के बाद भी अभी वह गिरफ्त में नहीं आया है. सूत्रों की मानें तो अमृतपाल के उत्तराखंड के रास्ते नेपाल भागने की आशंका है. इसे देखते हुए उत्तराखंड से लगी सीमा पर चौकसी बढ़ा दी गई है.


अमृतपाल के पाकिस्तान कनेक्शन का खुलासा


जांच एजेंसियों को शक है कि अमृतपाल का पाकिस्तान से कनेक्शन है. पाकिस्तान के इशारे पर ही अमृतपाल को भारत में अलगाववाद को भड़काने भेजा गया है. जांच जैसे-जैसे आगे बढ़ रही है, अमृतपाल और उसके गैंग का पाकिस्तान कनेक्शन क्लियर होता जा रहा है.


अमृतपाल के  पाकिस्तानी कनेक्शन के बारे में एक और बड़ा खुलासा हुआ है. अमृतपाल के खासमखास गोरखा बाबा को पंजाब से गिरफ्तार किया गया है. गोरखा बाबा अमृतपाल सिंह का गनर था. उसके मोबाइल से पाकिस्तानी युवक का ड्राइविंग लाइसेंस मिला है. पुलिस को शक है कि आईएसआई के एजेंट्स को भी अमृतपाल सरहद पार करवा रहा था.


पासपोर्ट नंबर भी पुलिस को मिला


गोरखा बाबा के मोबाइल से पता चला कि अमृतपाल सिंह ने खालिस्तान का नक्शा, झंडा और करंसी भी तय कर रखी थी. जिस पर भिंडरावाले की तस्वीर लगाने की प्लानिंग थी. इस बीच पुलिस को अमृतपाल सिंह का पासपोर्ट नंबर भी हाथ लग चुका है, जिसका नंबर V2155280 है. ये वही पासपोर्ट नंबर है जिसके जरिए अमृतपाल सिंह दुबई से भारत लौटा है.


8 राज्यों में चल रही तलाश


दुबई से भारत लौटने के साथ ही अमृतपाल पाकिस्तानी एजेंडे को आगे बढ़ाने में लग गया. लोगों की आंखों में धूल झोंकने के लिए अमृतपाल एक तरफ धर्म का सहारा ले रहा था तो दूसरी तरफ नशे के खिलाफ मुहिम का लबादा ओढ़े हुए था. नवंबर 2022 में अमृतपाल ने अपने गांव में एक नशा मुक्ति केंद्र भी खोला और इसी नशा मुक्ति केंद्र की आड़ में वो युवाओं को भड़का रहा था. फरार होने से पहले तक अमृतपाल अपने देशद्रोही एजेंडे में जुटा हुआ था लेकिन अब जब पुलिस उसके पीछे पड़ी वो दुम दबाकर भाग खड़ा हुआ. अब आठ राज्यों में उसकी तलाश चल रही है.


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