Delhi Police Campaign Against Drugs: भारत सरकार के ने देश भर की जांच एजेंसियों को ड्रग्स के खिलाफ मुहिम छेड़ने के निर्देश दिए हैं. इसी के निर्देशानुसार दिल्ली पुलिस ने भी अलग से टास्क फोर्स का गठन किया है. इसके तहत 13 मई को दिल्ली के सभी 15 जिलों में ऑपरेशन कवच नाम से मुहिम की शुरुआत की गई है. इस मुहिम के तहत सभी 15 जिलों में मादक पदार्थ के धंधे में लिप्त लोगों के खिलाफ छापेमारी की गई.
छापेमारी में पुलिस ने बड़ी संख्या में मादक पदार्थों की बरामद की गई है. ये छापेमारी 128 जगहों पर की गई और इस क्रम में लगभग 1000 से ज्यादा पुलिसकर्मी शामिल रहे. क्राइम ब्रांच के स्पेशल सीपी रविन्द्र यादव ने बताया कि ऑपरेशन कवच का मकसद देश की राजधानी को ड्रग्स फ्री करना है. इसके लिए अपराध शाखा की देखरेख में एन्टी नारकोटिक्स टास्क फोर्स का गठन किया गया है.
13 मई को पहली रेड
स्पेशल सीपी रविन्द्र यादव ने बताया कि एन्टी नारकोटिक्स टास्क फोर्स में सिर्फ क्राइम ब्रांच ही नहीं बल्कि सभी 15 जिलों से भी पुलिस कर्मियों को हिस्सा बनाया गया है. इस टास्क फोर्स ने 13 मई की रात सभी जिलों में मादक पदार्थ के धंधे में लिप्त लोगों के ठिकानों पर छापेमारी की गई. इस रेड से पहले सभी जिलों के डीसीपी से बात करते हुए, उन्हें रेड से जुड़ी जानकारी गोपनीय रखने की बात कही. सभी से समन्वय बनाया गया और फिर रेड की गई.
100 से ज्यादा ठिकानों पर की गई रेड
रविन्द्र यादव ने बताया कि ऑपेरशन कवच के तहत 100 से ज्यादा रेड की गई. जिसके तहत लगभग 1 किलो हेरोइन, लगभग 60 किलो गांजा और अवैध शराब भी बरामद की गई. स्पेशल सीपी रविंद्र यादव के अनुसार देश के अंदर जो मादक पदार्थ की तस्करी है, उसके पीछे अफगानिस्तान की बहुत बड़ी भूमिका है. वहां से बड़ी मात्रा में मादक पदार्थ खासतौर पर हेरोइन भारत में सप्लाई की जाती है और फिर देश भर में उसे भेजा जाता है.
युवा नशे के चंगुल से बाहर निकाले
स्पेशल सीपी रविंद्र यादव ने कहा कि क्राइम ब्रांच कि जो नारकोटिक्स सेल है, वो समय-समय पर बड़ी संख्या में मादक पदार्थों की रिकवरी करता रहा है, लेकिन अब इस ऑपरेशन कवच के तहत हमारा प्रयास है कि हम नशे के जाल को पूरी तरीके से साफ कर सकें और अपने युवाओं देश के भविष्य को नशे के चंगुल से बाहर निकाल सकें.
उन्होंने कहा कि हमारा यह भी प्रयास रहेगा कि हम मादक पदार्थ के धंधे में लिप्त हर छोटे से बड़े तस्कर तक पहुंच सके, ताकि इस धंधे पर पूरी तरीके से अंकुश लगाया जा सके. हमारे प्रधानमंत्री और गृहमंत्री का स्पष्ट कहना है कि देश को ड्रग्स फ्री करना है और इसके लिए सभी जांच एजेंसियों को अपने स्तर पर मादक पदार्थ के तस्करों के खिलाफ कार्रवाई करनी है, जिससे वो लोग मादक पदार्थ के धंधे को पूरी तरीके से बंद कर सकें.