Rajasthan CID Intelligence Police: केंद्रीय खुफिया एजेंसियों (Central Intelligence Agencies) के सहयोग से चलाए गए ऑपरेशन सरहद (Operation Sarhad) के तहत राजस्थान सीआईडी इंटेलिजेंस पुलिस ने पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई (ISI) को सामरिक महत्व की सूचनाएं देने के आरोप में 3 लोगों को गिरफ्तार किया है.


गिरफ्तार लोगों में से एक अब्दुल सत्तार 2010 से नियमित रूप से पाकिस्तान की यात्रा कर रहा है और आरोप है कि उसने पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी के स्थानीय एजेंट के रूप में भी काम किया है. गिरफ्तार लोगों में से एक व्यक्ति को पाकिस्तानी महिला एजेंट के हनीट्रैप में फंस कर काम करने के लिए तैयार किया गया था.


23 संदिग्ध व्यक्तियों से संयुक्त पूछताछ की गई


राजस्थान पुलिस के महानिदेशक इंटेलिजेंस उमेश मिश्रा के मुताबिक ऑपरेशन सरहद नाम का ये विशेष अभियान 25 जून से 28 जून 2022 तक राजस्थान के सीमावर्ती इलाकों श्री गंगानगर हनुमानगढ़ व चुरू में चलाया गया था. इस ऑपरेशन के तहत राज्य की विशेष शाखा जयपुर की विशेष टीम ने कुल 23 संदिग्ध व्यक्तियों से संयुक्त पूछताछ की. इस पूछताछ के दौरान तीन व्यक्ति पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई के संपर्क में पाए गए. इनके नाम अब्दुल सत्तार निवासी हनुमानगढ़ नितिन यादव निवासी सूरतगढ़ और राम सिंह निवासी बाड़मेर बताए गए हैं.


स्थानीय एजेंट के तौर पर भी काम कर रहा था अब्दुल सत्तार


आरंभिक जांच के दौरान जांच एजेंसी को पता चला है कि यह तीनों पाकिस्तानी खुफिया एजेंसियों को सामरिक महत्व की संवेदनशील सूचनाएं उपलब्ध करवा रहे थे और इस काम के बदले पाकिस्तानी हैंडलर से धनराशि भी प्राप्त कर रहे थे. शुरुआती पूछताछ के दौरान अब्दुल सत्तार निवासी हनुमानगढ़ ने बताया कि वह वर्ष 2010 से नियमित रूप से पाकिस्तान की यात्रा कर रहा है. आरोप है कि अब्दुल सत्तार आईएसआई के स्थानीय एजेंट के तौर पर भी काम कर रहा था. आरंभिक पूछताछ के दौरान पता चला है कि उस की पाकिस्तान यात्रा के दौरान आईएसआई ने उससे संपर्क कर सामरिक महत्व की महत्वपूर्ण सूचनाएं उपलब्ध करवाने के लिए उसे राजी किया. भारत आने के बाद वह लगातार अपने पाकिस्तानी हैंडलर के संपर्क में था और अपने हैंडलर को सामरिक दृष्टि से महत्वपूर्ण स्थलों की फोटो साझा कर रहा था.


महिला एजेंट के हनी ट्रैप में फंसकर नितिन यादव ने...


पुलिस के मुताबिक पकड़ा गया दूसरा शख्स नितिन यादव निवासी सूरतगढ़ का है जो छावनी क्षेत्र में फल सब्जी आदि की सप्लाई का काम करता है. उसका अपने काम के कारण प्रतिबंधित क्षेत्रों में निरंतर आना-जाना रहता था. पूछताछ के दौरान नितिन यादव ने पाकिस्तानी महिला एजेंट के हनी ट्रैप में फंसकर सामरिक महत्व की सूचनाएं साझा किए जाने की बात को कबूल किया है. पूछताछ के दौरान यह भी पता चला है कि उसके बदले उसे आईएसआई द्वारा धनराशि भी उपलब्ध कराई जा रही थी.


तीसरा पकड़ा गया शख्स राम सिंह निवासी बाड़मेर है जो वर्तमान में विकास ट्रेडर्स नाम की एक फैक्ट्री में काम कर रहा है. पूछताछ के दौरान पता चला है कि राम सिंह ने अंतरराष्ट्रीय सीमा पर स्थित बॉर्डर आउटपोस्ट व सीमावर्ती क्षेत्र की सामरिक महत्व की जानकारी वीडियो फोटोग्राफ्स और पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई से साझा किए थे और उसके बदले में उसे पैसे मिले थे. इन तीनों के मोबाइल फोन से भी अनेक महत्वपूर्ण सूचनाएं मिली हैं जो सामरिक महत्व की है व प्रतिबंधित हैं.


सूचनाओं के बदले धनराशि प्राप्त किए जाने के मिले प्रमाण


आरोप है कि यह सूचनाएं इन लोगों द्वारा पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी के हैंडलर को उपलब्ध करवाई गई है. पुलिस का दावा है कि तीनों व्यक्तियों द्वारा पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी को उपलब्ध करवाई गई महत्वपूर्ण सूचनाओं के बदले धनराशि प्राप्त किए जाने के भी प्रमाण मिले हैं. वहीं, मामले की जांच जारी है.


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