Mumbai I.N.D.I.A Meet: देश में होने वाले अगले लोकसभा चुनाव को लेकर तैयारियां तेज हो गई हैं. इसी कड़ी में बीजेपी को चुनौती देने के मकसद से एकजुट हुए विपक्षी दलों के नेताओं ने मुंबई में महामंथन किया. विपक्षी गठबंधन इंडिया (I.N.D.I.A) की ये दो दिवसीय बैठक गुरुवार (31 अगस्त) को शुरू हुई थी और शुक्रवार (1 सितंबर) को खत्म हो गई. इस बैठक में 28 पार्टियों के नेताओं ने हिस्सा लिया.
1. विपक्षी गठबंधन इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इन्क्लूसिव अलायंस (इंडिया) ने शुक्रवार को 14 सदस्यीय समन्वय समिति का गठन किया. इसके अलावा 19 सदस्यीय चुनाव अभियान समिति, सोशल मीडिया से संबंधित 12 सदस्यीय कार्य समूह, मीडिया के लिए 19 सदस्यीय कार्यसमूह और शोध के लिए 11 सदस्यीय समूह का भी गठन किया गया.
2. समन्वय समिति में कांग्रेस के संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल, एनसीपी प्रमुख शरद पवार, डीएमके नेता टीआर बालू, आरजेडी नेता और बिहार के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव, टीएमसी के महासचिव अभिषेक बनर्जी, झारखंड मुक्ति मोर्चा के नेता और झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन, शिवसेना (यूबीटी) के नेता संजय राउत, आम आदमी पार्टी के सांसद राघव चड्ढा, भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के डी. राजा, नेशनल कांफ्रेंस के उमर अब्दुल्ला, पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी की महबूबा मुफ्ती, जेडीयू अध्यक्ष ललन सिंह और समाजवादी पार्टी के सांसद जावेद अली खान शामिल हैं. माकपा से कोई एक नेता बाद में इस समिति में शामिल होंगे.
3. इंडिया के घटक दलों ने साथ ही आगामी लोकसभा चुनाव एकजुट होकर लड़ने का संकल्प लिया. इसमें कहा कि राज्यों में सीट-बंटवारे की प्रक्रिया तुरंत शुरू की जाएगी. आने वाले दिनों में घटक दल अलग-अलग स्थानों पर जनसभाएं भी करेंगे. इंडिया के दल विभिन्न भाषाओं में 'जुड़ेगा भारत, जीतेगा इंडिया' के नारे के साथ चुनावी मैदान में उतरेंगे. बैठक के बाद एनसीपी नेता सुप्रिया सुले ने कहा कि अगली मीटिंग दिल्ली में होगी, अभी तारीख तय नहीं की गई.
4. इस बैठक के बाद विपक्षी नेताओं ने संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस की. जिसमें राहुल गांधी ने कहा कि इस बैठक में दो महत्वपूर्ण निर्णय लिए गए.एक कॉर्डिनेशन कमेटी होगी और दूसरा जल्दी ही सीट शेयरिंग पर विचार कर रिजॉल्यूशन पारित किया जाएग. अगर हम एक साथ मिलकर चुनाव लड़ेंगे तो बीजेपी का चुनाव जीतना नामुमकिन है. हमारे बीच भी मतभेद रहे हैं, लेकिन उन्हें दूर किया जा रहा है.
5. कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने इस दौरान महंगाई को लेकर क्रेंद सरकार को घेरा. उन्होंने कहा कि हम सबका उद्देश्य एक ही है कि महंगाई, बेरोजगारी के लिए हम कैसे लड़ें. मैं कह सकता हूं कि मोदी जी कभी गरीबों के लिए काम नहीं करेंगे. मोदी जी पहले 100 रुपये बढ़ाते हैं, फिर 2 रुपये कम कर देते हैं और कहते हैं कि हम गरीबों के लिए काम करते हैं.
6. पीएम मोदी को निशाने पर लेते हुए मल्लिकार्जुन खरगे ने कहा कि मोदी सरकार की रणनीति है गरीबों के खिलाफ काम करना. ये केवल बड़े-बड़े उद्योगपति के साथ काम करते हैं इसलिए इनके खिलाफ लड़ने के लिए और गरीबों का हक दिलाने के लिए इंडिया का जीतना जरूरी है. मोदी जी ने अचानक से एक विशेष सत्र बुलाया है, लेकिन जब मणिपुर जल रहा था, चीन जमीन पर कब्जा कर रहा था, कोरोना चरम पर था तब विशेष सत्र नहीं बुलाया गया.
7. बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि आज ही तय कर लिया गया है कि हम अभी से तेजी से काम शुरू कर देंगे. कोई ठिकाना नहीं है चुनाव समय से पहले भी हो सकता है इसलिए हम लोगों को भी अलर्ट रहना पड़ेगा. आज तय हुआ है कि अब नियमित रूप से जगह-जगह जाकर हम अपना प्रचार-प्रसार का काम करेंगे. अब सभी पार्टियां एकजुट होकर काम कर रही हैं, जिसका नतीजा होगा कि जो केंद्र में हैं, वे अब हारेंगे. ये देश के इतिहास को बदलना चाह रहे हैं, लेकिन हम ऐसा होने नहीं देंगे.
8. शिवसेना (यूबीटी) के अध्यक्ष उद्धव ठाकरे ने कहा कि इंडिया गठबंधन और अधिक मजबूत हो रहा है. जैसे-जैसे हम करीब आते जा रहे हैं, इंडिया के विरोधी दलों में घबराहट पैदा हो रही है. हम सभी ने तय किया है कि हम तानाशाही, जुमलेबाजी, भ्रष्टाचार और मित्रवाद के खिलाफ लड़ेंगे. वहीं दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि इंडिया गठबंधन मोदी सरकार के पतन का कारण बनने वाला है. यहां जितने लोग आए हैं सब देश को बचाने के लिए आए हैं, कोई पद के लिए नहीं आया है.
9. बीजेपी की ओर विपक्षी गठबंधन की बैठक पर कटाक्ष किया गया. केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने कहा कि ये इंडिया गठबंधन 'अंडा' गठबंधन बन जाएगा. ये अपना लोगो भी नहीं तय कर पा रहे हैं. यह इतने घमंडी लोग हैं कि उस घमंड से ऊपर ही नहीं उठ पा रहे हैं. ये घमंडी लोग हैं, घमंडी गठबंधन है. अपने घमंड से ही उठ नहीं पा रहे हैं तो जनता की सेवा क्या करेंगे? ये पूरी तरह से विफल गठबंधन है. एकनाथ शिंदे ने ठीक कहा ये इंडिया गठबंधन अंडा गठबंधन बन जाएगा.
10. तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन ने सभी नेताओं से जल्द ही एक न्यूनतम साझा कार्यक्रम (सीएमपी) तैयार करने का आग्रह किया और कहा कि यही गठबंधन का चेहरा होगा. उन्होंने कहा कि न्यूनतम साझा कार्यक्रम विपक्षी गठबंधन इंडिया का चेहरा होगा. बीजेपी सरकार ने देश को कई तरीकों से बर्बाद कर दिया है. लोगों के सामने एक खाका पेश करना चाहिए जिसमें ये बताया जाए कि बदलाव के लिए हमारी योजना क्या है.
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