तीन बैठकों में कमेटी बनी, नाम का हुआ ऐलान...क्या पीएम फेस-सीट शेयरिंग होगा I.N.D.I.A. की अगली मीटिंग का एजेंडा?
I.N.D.I.A Meeting: विपक्षी गठबंधन की अब तक तीन बैठकें हुई हैं. हर बैठक में दलों के शामिल होने के साथ गठबंधन की ताकत बढ़ी है. पहली बैठक में 15, दूसरी में 26 और तीसरी में घटक दलों की संख्या 28 हो गई.
I.N.D.I.A Bhopal Meeting: विपक्षी दलों के गठबंधन I.N.D.I.A की कोऑर्डिनेशन कमेटी ने बुधवार (14 सितंबर) को हुई अपनी पहली बैठक में अगली मीटिंग कहां होगी, बैठक का एजेंडा क्या होगा और लोकसभा चुनाव के लिए गठबंधन की आगे की रणनीति जैसे तमाम मुद्दों पर चर्चा की. कमेटी ने फैसला किया है कि अगली बैठक मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में आयोजित की जाएगी. अक्टूबर महीने के पहले हफ्ते में गठबंधन के घटक दलों के नेता भोपाल में इकट्ठा होकर लोकसभा चुनाव के लिए आगे की रणनीति तैयार करेंगे. विपक्षी गठबंधन की अब तक तीन बैठकें हो चुकी हैं, जिनमें लोकसभा चुनाव में बीजेपी को मात देने की तैयारियों से पहले गठबंधन में आपसी समन्वय बिठाने की कोशिशें चल रही हैं, क्योंकि अब तक चुनाव को लेकर कोई अहम घोषणा नहीं की गई है.
गठबंधन पहले घटक दलों के बीच समन्वय स्थापित करने की कोशिश कर रहा है, ताकि सबकी एक राय हो और एकजुट होकर एक रणनीति पर काम किया जा सके. भले ही ये सब दल राष्ट्रीय स्तर के मंच पर साथ नजर आ रहे हों, लेकिन इनमें से कई राज्यों में एक-दूसरे के धुर प्रतिद्वंदी हैं. जैसे बंगाल में लेफ्ट और टीएमसी, पंजाब में कांग्रेस और आप, तमिलनाडु में डीएमके और कांग्रेस के बीच टकराव और बयानबाजी की खबरें अक्सर सुनने को मिलती रहती हैं. लोकसभा चुनाव से पहले इन रिश्तों को ठीक करना गठबंधन की प्रथामिकता होगी. तभी अब तक पीएम पद के चेहरे पर चर्चा को लेकर गठबंधन में कोई सुगबुगाहट नहीं है.
पहली बैठक में क्या हुआ?
गठबंधन की पहली बैठक 23 जून को बिहार की राजधानी पटना में हुई थी, जहां कांग्रेस, तृणमूल कांग्रेस, आम आदमी पार्टी, जनता दल यूनाइटेड, नेशनल कांग्रेस पार्टी, शेवसेना (यूबीटी), द्रविड मुनेत्र काषगम, झारखंड मुक्ति मोर्चा, समाजवादी पार्टी, नेशनल कांफ्रेंस, पीपल्स डेमोक्रेटिक पार्टी, सीपीआई, सीपीएम, सीपीआई एमएल और राष्ट्रीय जनता दल के नेता मंच पर साथ इकट्ठा हुए थे. इस बैठक से विपक्ष का मकसद एकता और अपना अस्तित्व पेश करना था. बैठक में कोई अहम फैसला तो नहीं लिया गया उल्टा आप ने साफ कर दिया था कि अगर केंद्र के दिल्ली सेवा बिल पर कांग्रेस संसद में आप का समर्थन नहीं करती है तो उसके लिए गठबंधन का हिस्सा बनना मुश्किल होगा.
बेंगलुरु बैठक
17 और 18 जुलाई को कर्नाटक की राजधानी बेंगलुरु में I.N.D.I.A की दूसरी बैठक हुई. इस बैठक में गठबंधन ने अपनी ताकत बढ़ाई और कुल दलों की संख्या 15 से 26 हो गई. इसी बैठक में विपक्ष ने गठबंधन के लिए I.N.D.I.A यानी इंडियन नेशनल डेवलपमेंट इंक्लूसिव अलायंस नाम की घोषणा की थी.
मुंबई में हुई थी तीसरी बैठक
31 अगस्त और 1 सितंबर को गठबंधन की तीसरी बैठक मुंबई में आयोजित की गई थी. इस बैठक में 2 और विपक्षी दलों के शामिल होने के साथ घटक दलों की संख्या 28 हो गई. इस मीटिंग में समन्वय समिति समेत कुल 5 कमेटी बनाने का ऐलान किया गया. समन्वय समिति ही गठबंधन से जुड़े तमाम फैसले लेगी. बैठक में फैसला लिया गया कि गठबंधन जल्द से जल्द सीट शेयरिंग के मुद्दे पर चर्चा करेंगे और 30 सितंबर तक इस पर फैसला ले लिया जाएगा. देश के विभिन्न क्षेत्रों में जल्द ही रैलियां और कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे, जिनमें आमजन के मुद्दों को उठाया जाएगा. इसके अलावा, 'जुड़ेगा भारत, जीतेगा इंडिया' की थीम पर कैंपेन की जाएंगी, जो अलग-अलग भाषाओं में होंगी. इसे बैठक में 14 सदस्यों की समन्वय समिति, 19 सदस्यीय कैंपेन समिति, 12 मेंबर्स का वर्किंग ग्रुप फॉर सोशल मीडिया, 19 सदस्यों का वर्किंग ग्रुप फॉर मीडिया और 11 सदस्यों वाले वर्किंग ग्रुप फॉर रिसर्च की घोषणा की गई थी.
अगली बैठक का क्या होगा एजेंडा?
I.N.D.I.A की अगली बैठक भोपाल में होने वाली है, जिसमें सीट शेयरिंग को लेकर घटक दल चर्चा कर सकते हैं. अभी तक गठबंधन के संयोजक का नाम तय नहीं हो सका है, इसलिए अगली बैठक में इसकी भी घोषणा की जा सकती है. प्रधानमंत्री पद पर विपक्ष के उम्मीदवार को लेकर भी चर्चा होने की उम्मीद है. वहीं, जैसा कि पिछली बैठक में तय हुआ था कि विभिन्न क्षेत्रों में रैलियां आयोजित की जाएंगी, इसकी शुरुआत भोपाल में चौथी बैठक से हो सकती है.
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