Agnipath Scheme: अग्निपथ योजना पर विपक्षियों का सरकार पर वार, जानिए किस नेता ने अब तक क्या कहा?
Agniveer Oppose: सरकार ने हाल ही में अग्निपथ योजना की घोषणा की तो इसका विरोध होना शुरू हो गया. कई जगहों पर हिंसक प्रदर्शन जारी हैं तो वहीं इस मामले पर विपक्षियों ने योजना पर मोर्चा खोल दिया.
Opposition Attack on Agnipath: हाल ही में देश के रक्षा मंत्री (Defence Minister) राजनाथ सिंह (Rajnath Singh) ने भारतीय सेना (Indian Army) में अग्निपथ योजना (Agnipath Scheme) को हरी झंडी दिखाई थी. अब ये अग्निपथ योजना (Agnipath Yojna) सरकार (Government) के गले की फांस बनती जा रही है. देशभर में सरकार की इस योजना के खिलाफ हिंसक प्रदर्शन (Violent Protest) हो रहे हैं तो वहीं इस मसले पर सियासत (Politics) भी गर्मा चुकी है.
इस मामले पर सरकार को चारों तरफ से घेरने की तैयारी है. एक तरफ विरोध प्रदर्शन, दूसरी तरफ हिंसक रवैया, विपक्षी पार्टियों का एक के बाद एक इस योजना को लेकर की जा रही बयानबाजी. कांग्रेस के राहुल गांधी से लेकर बीजेपी के वरुण गांधी, सपा के अखिलेश से लेकर आरजेडी के तेजस्वी यादव, शिवसेना के संजय राउत से लेकर असदुद्दीन ओवैसी तक इन सभी नेताओं ने सरकार को कठघरे में खड़ा करने की कोशिश की. आइए जानते हैं किस नेता ने क्या प्रतिक्रिया दी है.
राहुल गांधी
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने कहा कि 8 सालों से लगातार बीजेपी सरकार ने ‘जय जवान, जय किसान' के मूल्यों का अपमान किया है. मैंने पहले भी कहा था कि प्रधानमंत्री जी को काले कृषि कानून वापस लेने पड़ेंगे. ठीक उसी तरह उन्हें ‘माफ़ीवीर' बनकर देश के युवाओं की बात माननी पड़ेगी और 'अग्निपथ' को वापस लेना ही पड़ेगा.
वरुण गांधी
बीजेपी सांसद वरुण गांधी ने भी सरकार से तीखे सवाल पूछे हैं. उन्होंने रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह को पत्र लिख 'अग्निपथ योजना' को लेकर उठ रहे सवालों के जवाब देने की गुज़ारिश की है. उन्होंने रक्षामंत्री को टैग करते हुए लिखा है कि युवाओं को असमंजस की स्थिति से बाहर निकालने के लिए सरकार अतिशीघ्र योजना से जुड़े नीतिगत तथ्यों को सामने रख कर अपना पक्ष साफ करे.
संजय राउत
सेना की इस नई योजना पर शिवसेना नेता संजय राउत ने कहा कि हमारी आर्मी को अब तक कभी भी ठेकेदारी पर नहीं रखा गया. ठेकेदारी पर काम करने वाले दूसरे लोग हैं. गुलामों को ठेकेदारी पर रखा जाता है, लेकिन जो अनुशासन बल है, जिनको हमने देश की रक्षा के लिए रखा है उसको कोई ठेकेदारी पर नहीं रखता है.
अखिलेश यादव
सपा नेता अखिलेश यादव ने कहा कि बीजेपी सोचती है कि लोग फ़ौज में नौकरी करने जाते हैं, दरअसल युवा देश-प्रेम के जज़्बे से सेना में जाते हैं, लेकिन ये वो क्या जानें जिन्होंने स्वतंत्रता आंदोलन तक में हिस्सा ही न लिया हो. बीजेपी सरकार देश को ‘जय जवान जय किसान’ से ‘रुष्ट जवान रुष्ट किसान’ के बुरे हालातों में ले आई है।
तेजस्वी यादव ने उठाया सवाल
बिहार में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने इस मुद्दे पर सत्ताधारी पार्टी बीजेपी से तीखे सवाल पूछे हैं. आरजेडी नेता तेजस्वी यादव ने ट्वीट करके सवाल उठाया है कि अग्निपथ योजना के तहत शस्त्र चलाने का प्रशिक्षण प्राप्त करने के बाद कम अवधि की अस्थायी सेवा के बाद एक बड़ी आबादी 22 साल की उम्र में बेरोज़गार हो जाएगी. क्या इससे देश में क़ानून व्यवस्था संबंधित समस्या पैदा नहीं होगी.
कैप्टन अमरिंदर सिंह
पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री और भाजपा के सहयोगी रहे कैप्टन अमरिंदर सिंह ने केंद्र सरकार की अग्निपथ योजना पर सवाल उठाए हैं. समाचार एजेंसी पीटीआई के मुताबिक़ अमरिंदर सिंह ने सेना में भर्ती के लिए अग्निपथ योजना पर पुनर्विचार का सुझाव दिया है. साथ ही कहा कि उन्हें हैरानी है कि सरकार को ऐसे बड़े बदलाव क्यों करने पड़े. समाचार एजेंसी यूएनआई के मुताबिक़ कैप्टन अमरिंदर सिंह का कहना है कि चार साल की नौकरी किसी जवान के लिए बहुत छोटी अवधि की है.
केजरीवाल ने विरोध का समर्थन किया
वहीं दिल्ली के मुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल ने कहा है कि इसे लेकर विरोध कर रहे युवाओं की मांग एकदम सही है. एक ट्वीट में उन्होंने केंद्र सरकार से अपील की है कि युवाओं को चार साल नहीं, पूरी ज़िंदगी देश सेवा करने का मौक़ा दिया जाए और पिछले दो साल सेना में भर्तियां ना होने की वजह से जिसकी उम्र अब अधिक हो गई है, उन्हें भी मौक़ा दिया जाए.
असदुद्दीन ओवैसी
सांसद और ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) के अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी ने ट्ववीट कर कहा है कि इस योजना से बेरोज़गारी में कमी नहीं आएगी बल्कि उसमें इज़ाफ़ा होगा. उन्होंने लिखा कि हमारी सेना आपकी 'स्कीम' और 'ब्रेन वेव' की प्रयोगशाला नहीं है. ये योजना देश-हित में नहीं है.
क्या है इस योजना में, जो विरोध हो रहा
आपको बता दें कि इस योजना (Agnipat Scheme) के तहत अगर देश का कोई युवा (Youth) कम समय के लिए आर्मी (Army), नेवी (Neavy) और एयरफोर्स (Airforce) में जाने की रुचि रखता है उसे फायदा मिलेगा. इस अग्निपथ योजना के तहत 4 साल के लिए युवाओं की भर्ती (Recruitment) की जाएगी. समय पूरा होने के बाद 75 फीसदी सैनिकों (Soldiers) को घर भेज दिया जाएगा जबकि बाकी जवान जो कि कुशल होंगे उन्हें स्थाई पद (Permanent) पर नियुक्त किया जाएगा.