India-China Border Clash: तवांग में भारत-चीन सैनिकों के बीच हुई झड़प को लेकर राजनीतिक माहौल गरमाया हुआ है. इसका सीधा असर संसद की कार्यवाही के दौरान देखने को मिल रहा है. विपक्ष के तमाम नेता इस मुद्दे को लेकर सरकार को घेरने की तमाम कोशिशों में जुटे हुए हैं. कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने सदनों की कार्यवाही शुरू होने से पहले तवांग मुद्दे पर विपक्षी दलों की बैठक बुलाई थी. कथित तौर पर इस बैठक में जोरदार हंगामे और सरकार को घेरने की पूरी तैयारी पहले से ही कर ली गई थी. लोकसभा और राज्यसभा में विपक्ष का जबरदस्त कथित बवाल जारी है.
तवांग मुद्दे पर विपक्ष की तरफ से चर्चा की मांग को लेकर हंगामा हो रहा है. विपक्ष का कहना है सरकार उनके सवालों के जवाब दे. कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने राज्यसभा में कहा, ''हमने कल भी नोटिस दिया और आज भी दे रहे हैं. हम चीनी घुसपैठ पर चर्चा सदन में चाहते हैं. हमको और पूरे देश को इस मामले की पूरी जानकारी दी जानी चाहिए.''
संसद में होनी चाहिए भारत-चीन झड़प की चर्चा
वहीं, कांग्रेस सांसद मनीष तिवारी ने कहा, ''भारत और चीन के बीच अप्रैल 2020 से जो तनाव चल रहा है. इस मामले को लेकर संसद में एक बार भी चर्चा नहीं हुई है. हमारे जांबाज सिपाही चीन को मुंहतोड़ जवाब दे रहे हैं मगर चीन सरहद पर क्यों तनाव बढ़ा रहा है, इस पर संसद में व्यापक चर्चा की जरूरत है.''
ये भी पढ़ें: