Opposition Meeting: बेंगलुरु में तमाम विपक्षी दल जुट चुके हैं, जिसके बाद अब मंगलवार 18 जुलाई को बड़ी बैठक होगी. इससे पहले विपक्षी दलों के नेता डिनर में भी एक साथ होंगे. अगले साल होने वाले लोकसभा चुनाव को लेकर ये बैठक बुलाई गई है, जिसमें तमाम मुद्दों पर चर्चा होगी. बैठक से पहले जो जानकारी सामने आ रही है, उसमें बताया गया है कि विपक्षी दलों की बीजेपी के खिलाफ पूरी रणनीति के साथ उतरने की तैयारी हो रही है. 


कमेटी बनाने पर विचार
विपक्षी दलों की बेंगलुरु में होने वाली इस बैठक में आने वाले चुनावों में गठबंधन के लिए एक कॉमन मिनिमम प्रोग्राम बनाने की बात चल रही है, जिसके लिए एक कमेटी गठित की जाएगी. ये कमेटी गठबंधन के तमाम पहलुओं पर नजर रखेगी और आगे सीट शेयरिंग को लेकर भी मसौदा तैयार किया जाएगा. हर राज्य के हिसाब से अलग-अलग सीट शेयरिंग फॉर्मूला निकाला जाएगा, सभी दलों की रजामंदी से इसे लागू करने की तैयारी है. 


यूपीए की जगह नया नाम
सीट शेयरिंग के अलावा इस बैठक के दौरान एक और कमेटी बनाने पर भी विचार किया जा सकता है, ये कमेटी तमाम पार्टियों के एजेंडे, रैलियों और आंदोलनों की तैयारी में अहम योगदान देगी. इसके अलावा यूपीए का नाम भी बदलने की तैयारी है. बताया जा रहा है कि तमाम विपक्षी दल इस महागठबंधन को नया नाम दे सकते हैं. अब तक कांग्रेस के नेतृत्व में यूपीए के तहत तमाम छोटे दल एकजुट होते थे. जिसे अब बदला जा सकता है. वहीं कांग्रेस के नेतृत्व को लेकर भी अब तक कोई तस्वीर साफ नहीं हुई है. 


विपक्षी दलों की बैठक से पहले कांग्रेस नेताओं की तरफ से इसकी जानकारी दी गई, जिसमें बताया गया कि बीजेपी की नीतियों और ईडी-सीबीआई के जरिेए विपक्ष को दबाने की कोशिश के खिलाफ 26 दल एक साथ आए हैं. इस बैठक में आम आदमी पार्टी, तृणमूल कांग्रेस, एनसीपी समेत तमाम बड़ी विपक्षी पार्टियां शामिल हो रही हैं. 



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