Opposition Parties Meeting: विपक्षी दलों ने लोकसभा चुनाव में बीजेपी को हराने को लेकर आगे की रणनीति के लिए कर्नाटक के बेंगलुरु में मंगलवार (18 जुलाई) को बैठक की. इसके बाद राजनीतिक गलियारों में चर्चा होने लगी कि बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार विपक्षी गठबंधन इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इन्क्लूसिव एलायंस (इंडिया) के संयोजक बनाए नहीं जाने से नाराज हैं.


इस कारण ही वो विपक्षी दलों की ज्वाइंट प्रेस कॉन्फ्रेंस में नहीं दिखे. हालांकि नीतीश कुमार ने इन सारी अटकलों को खारिज करते हुए कहा कि हम सब एकजुट हैं.


बीजेपी का दावा


बीजेपी नेता और पूर्व उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने भी दावा किया कि संयोजक नहीं बनाये जाने से असंतुष्ट होने के कारण नीतीश कुमार प्रेस कॉन्फ्रेंस में शामिल नहीं हुए. ऐसे ही दावे कई अन्य ट्वीट में भी किए गए. इन तमाम दावों और अटकलों पर विराम लगाते हुए नीतीश कुमार, जेडीयू और पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह ने कहा कि ऐसा नहीं है. 


नीतीश कुमार क्या बोले?
बिहार के नालंदा में नीतीश कुमार ने कहा, ''बोला जा रहा है हम प्रेस कॉन्फ्रेंस नहीं थे. मेरी इच्छा राजगीर आने की थी. इस कारण मैं आ गया. हम सब एक साथ है.'' उन्होंने कहा कि हम क्यो नाराज होंगे? संयोजक बनने की कोई चॉइस नहीं है. सबको एकजुट करना ही लक्ष्य है. नीतीश कुमार ने दावा किया कि साल 2024 का बहुत अच्छा रिजल्ट होने वाला है. 


जेडीयू क्या बोली?
जेडीयू पार्टी ने ट्वीट करते हुए कहा कि लोकतंत्र की जननी बिहार फिर से देश में स्थापित करेगा स्वस्थ और जनकल्याणकारी लोकतंत्र. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की की पहल पर बेंगलुरु में देश के विपक्षी दलों की दूसरे स्तर की बैठक सकारात्मक बातचीत और आगे बढ़ने की प्रतिबद्धता के साथ संपन्न हुई. 


जेडीयू ने मीटिंग के बाद एक और ट्वीट करते हुए कहा कि गठबंधन का नाम ‘इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इन्क्लूसिव एलायंस (इंडिया)’ होगा. इसके साथ एक फोटो शेयर की. इसमें  विपक्ष के सभी नेताओं की फोटो के साथ लिखा है कि कि देश बचाने विपक्षी एकता का शुरू हुआ महाभियान. एक अन्य ट्वीट में कहा कि गर्व से कहो कि हम इंडिया वाले हैं. 






ललन सिंह क्या बोले?
जेडीयू प्रेसिडेंट ललन सिंह कहा कि नीतीश कुमार कतई नाराज नहीं हैं. उन्होंने बीजेपी की उन खबरों को ‘दुष्प्रचार’’बताया जिनमें कहा गया है कि नीतीश कुमार ‘इंडिया’ नाम से नाखुश हैं. नये गठबंधन का संयोजक नहीं बनाए जाने से नाराज हैं. 


उन्होंने कहा, ‘‘देश के माननीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाले एनडीए की ओर से यह सब दुष्प्रचार और अफवाह फैलाई जा रही है. ‘इंडिया’ नाम पर विपक्षी बैठक में उपस्थित सभी नेताओं की सहमति से मुहर लगी है.’’


नीतीश कुमार को संयोजक बनाए जाने की अटकलों के बारे में जदयू प्रमुख ललन सिंह ने कहा कि यह कल की बैठक के एजेंडे में नहीं था. अगली बैठक जब मुंबई में होगी तो इस बारे में विचार किया जा सकता है. ’’


ललन सिंह ने आरोप लगाया कि पूर्व उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी जैसे बीजेपी नेता छपास रोग (प्रचार की लालसा का रोग) से पीड़ित हैं. उन्होंने कहा, ‘‘नीतीश कुमार विपक्षी एकता के सूत्रधार हैं और सूत्रधार कभी नाराज नहीं होता.''


मानी गई नीतीश कुमार की बात
राजनीतिक गलियारों में कयास लगाए जाने लगे कि जेडीयू नेता नीतीश कुमार की नाराजगी का कारण विपक्षी गठबंधन के नाम को लेकर था. वहीं एबीपी न्यूज़ को सूत्रों ने बताया कि नीतीश कुमार ने नाम को लेकर जो सलाह दी थी, उसे माना गया.


नीतीश कुमार को गठबंधन के नाम INDIA के D फॉर डेमोक्रेटिक शब्द पर आपत्ती थी. नीतीश कुमार ने विपक्षी दलों की बैठक में आपत्ति दर्ज कराते हुए कहा कि डेमोक्रेटिक शब्द एनडीए में आता है. इस कारण डेमोकरेटिक की जगह डेवलपमेंट शब्द रखा जाए. करीब आधे घंटे तक इस पर बहस हुई और आखिर में नीतीश कुमार के सुझाव को मान लिया गया.


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