Opposition Meeting In Patna: लोकसभा चुनाव को लेकर बीजेपी के खिलाफ एकजुट होने में लगे विपक्षी दलों ने बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की मेजबानी में शुक्रवार (23 जून) को पटना में बैठक की. इसमें कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे, पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी, आरजेडी चीफ लालू यादव, एनसीपी चीफ शरद पवार और मुख्यमंत्री ममता बनर्जी सहित कई नेता शामिल हुए.
बैठक के बाद विपक्षी दलों ने ज्वाइंट प्रेस कॉन्फ्रेंस कर 2024 के चुनाव में एक साथ होने की बात दोहराई तो इस पर बीजेपी ने भी पलटवार करते हुए कहा कि इस स्वार्थी गठबंधन के कई चेहरे हैं. वहीं विपक्षी पार्टियों की मीटिंग में शामिल हुए दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने समर्थन के लिए शर्त रखी. बड़ी बातें-
1. विपक्षी दलों की मीटिंग में 17 दलों के नेता शामिल हुए. इसमें कांग्रेस की ओर से अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे, पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी, तृणमूल कांग्रेस की ओर से पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी, आप से दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल, झामुमो की ओर से झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन, समाजवादी पार्टी (सपा) के प्रमुख अखिलेश यादव, शिवसेना (यूबीटी) के चीफ उद्धव ठाकरे और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष शरद पवार ने बैठक में शामिल हुए. इसके अलावा मीटिंग में डीएमके की ओर से तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन, नेशनल कांफ्रेस से उमर अब्दुल्ला, पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी से महबूबा मुफ्ती, भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के महासचिव डी राजा, मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) के महासचिव सीताराम येचुरी और कुछ अन्य नेता इस बैठक में शामिल हुए.
2. मीटिंग के बाद कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने कहा कि अगली बैठक 10 जुलाई के आस पास हिमाचल प्रदेश के शिमला में होगी. इसमें तय होगा कि आगे किस तरह से बढ़ना है. उन्होंने बताया कि एकजुट होकर हमें 2024 की लड़ाई लड़नी है. कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने कहा कि विपक्षी दलों में थोड़े-बहुत मतभेद हो सकते हैं, लेकिन उन्होंने साथ मिलकर काम करने का फैसला किया है. आज हिंदुस्तान की नींव पर आक्रमण हो रहा है, राष्ट्रीय संस्थाओं के साथ ही जनता की आवाज पर बीजेपी आक्रमण कर रही है.
3. टीएमसी चीफ ममता बनर्जी ने कहा कि जो कुछ भी पटना से शुरू होता है वह जन आंदोलन का रूप लेता है. उन्होंने दावा किया कि अगर बीजेपी फिर से चुनाव जीत जाती है तो देश में चुनाव नहीं होगा. बीजेपी चाहती है कि देश का इतिहास बदला जाए, लेकिन हम यह सुनिश्चित करेंगे कि देश के इतिहास को बचाया जाए.
4. सीएम नीतीश कुमार ने कहा कि विपक्षी दलों की अगली बैठक कुछ दिन के बाद फिर से की जाएगी. अगली बैठक में तय होगा की कौन कहां लड़ेगा. हम सभी विपक्षी पार्टियों ने यह निर्णय लिया है की हम आगे से सभी एक साथ मिलकर लड़ेंगे. उन्होंने भी आरोप लगाया कि बीजेपी देश का इतिहास बदल रही है. अगर यह देश में फिरसे जीत कर आ जाते हैं तो देश का संविधान भी बदल देंगे.
5. बिहार के पूर्व सीएम और आरजेडी प्रमुख लालू यादव ने कहा कि आज की बैठक में सभी पार्टियों के नेताओं ने खुलकर अपने विचार रखे हैं. एक होकर हमें लड़ना है. उन्होंने पीएम मोदी पर निशाना साधते हुए कहा कि अमेरिका में जाकर चंदन बांट रहे हैं.
6. न्यूज एजेंसी पीटीआई के मुताबिक, तमिलनाडु के मुख्यमंत्री और डीएमके चीफ एमके स्टालिन ने मीटिंग के बाद चेन्नई में कहा कि हमने प्रधानमंत्री के चहरे को लेकर पटना में कोई चर्चा नहीं की है. उन्होंने बताया कि मैंने बैठक में विपक्ष का साझा उम्मीदवार और न्यूनतम साझा कार्यक्रम को लेकर सुझाव दिया है.
7. एनसीपी के अध्यक्ष शरद पवार ने कहा कि समाज की एकता के लिए बीजेपी और उनके साथियों का हमें सामना करना पड़ेगा. यह सामना मिलकर करना चाहिए. कुछ ना कुछ मतभेद हो सकते है, लेकिन राष्ट्रीय हित के लिए आपस की समस्याओं को नजरअंदाज करके हमने आगे जाने का तय किया है. मुझे विश्वास है कि पटना से हुई इस शुरुआत से देश में बदलाव लाने की शुरुआत हो चुकी है.
8. बैठक के बाद अरविंद केजरीवाल दिल्ली में केंद्र के अध्यादेश को लेकर सख्त नजर आए और कांग्रेस से रुख साफ करने के लिए कहा. आप ने कहा कि विपक्षी दलों की मीटिंग में शामिल हुए 15 पार्टियों में से 12 दलों के लोग राज्यसभा में हैं. इसमें से 11 दलों ने हमारा साथ देने को कहा है, लेकिन कांग्रेस ने अभी तक अपना रुख साफ नहीं किया. दूसरी ओर पंजाब और दिल्ली कांग्रेस ने अध्यादेश को लेकर पार्टी को मोदी सरकार का समर्थन करने को कहा है. अब समय आ गया है कि कांग्रेस तय करें कि वो दिल्ली की जनता के साथ खड़ी है या मोदी सरकार के साथ. आप ने कहा कि केंद्र के अध्यादेश पर कांग्रेस के रुख स्पष्ट नहीं करने तक वह उसकी मौजूदगी वाली किसी भी विपक्षी बैठक में शामिल नहीं होगी.
9. विपक्षी दलों की मीटिंग और प्रेस कॉन्फ्रेंस के बाद बीजेपी ने कहा कि इनका टारगेट प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को हराना नहीं बल्कि इनके निशाने पर भारत की तिजोरी है. केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने बीजेपी की ओर से प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा कि जो राजनीतिक दल कभी एक दूसरे को आंखों नहीं सुहाते थे, वे भारत को आर्थिक प्रगति से वंचित करने के संकल्प से एकत्रित हुए हैं.
10. केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने विपक्षी दलों की बैठक के बीच कहा कि पटना में एक फोटो सेशन चल रहा है. सारे विपक्ष के नेता एक मंच पर साथ आ रहे हैं और संदेश देना चाहते हैं कि हम पीएम मोदी को चैलेंज करेंगे. उन्होंने कहा मैं सभी को कहना चाहता हूं कि कितना भी हाथ मिला लो आपकी एकता संभव नहीं है और अगर हो भी गई तो जनता 2024 में 300 से ज्यादा सीटें जिताकर मोदी को फिर से प्रधानमंत्री बनाने जा रही है.
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