Opposition Meeting: लोकसभा चुनाव के लिए तमाम विपक्षी दल एकजुट होकर महागठबंधन की तैयारी में जुटे हैं. इसी बीच एक खबर ये भी सामने आ रही है कि इस गठबंधन को नया नाम दिया जा सकता है. यानी यूनाइटेड प्रोग्रेसिव अलायंस (यूपीए) की जगह तमाम दलों के इस गठबंधन को किसी दूसरे नाम से जाना जाएगा. 18 जुलाई को बेंगलुरु में होने वाली मेगा बैठक में इस पर चर्चा हो सकती है. जिसके बाद नए नाम का ऐलान भी किया जा सकता है.
यूपीए की जगह हो सकता है नया नाम
इंडिया टुडे की तरफ से सूत्रों के हवाले से बताया गया है कि इस नए गठबंधन में 20 से ज्यादा दल शामिल होंगे. अब तक कांग्रेस के नेतृत्व वाले गठबंधन को यूपीए के नाम से जाना जाता है. देश में कई सालों तक यूपीए की सरकार रही. जिसमें कांग्रेस के नेतृत्व में देशभर के तमाम क्षेत्रीय दल होते थे. हालांकि अब विपक्षी दलों की बैठक के बाद यूपीए की जगह क्या नाम सामने आता है, ये देखना दिलचस्प होगा.
कई मुद्दों पर होगी चर्चा
कांग्रेस, तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी), आम आदमी पार्टी (आप), एनसीपी समेत कुल 26 दल बेंगलुरु में होने जा रही बैठक में हिस्सा ले रहे हैं. बताया गया है कि इस बैठक में आने वाले लोकसभा चुनाव को लेकर हर तरह की चर्चा होगी. सीट शेयरिंग को लेकर भी विपक्षी दलों में सहमति बन सकती है.
कांग्रेस नेता ने दिया जवाब
विपक्षी दलों की बैठक से पहले कांग्रेस की तरफ से एक प्रेस कॉन्फ्रेंस कर इसकी जानकारी दी गई, जिसमें बताया गया कि विपक्ष की तरफ से एक संयुक्त बयान जारी किया जा सकता है. इसी दौरान कांग्रेस नेता केसी वेणुगोपाल से जब पूछा गया कि क्या विपक्षी गठबंधन को कोई नया नाम मिलेगा? इस पर उन्होंने कहा कि पार्टी इस मुद्दे पर अकेले फैसला नहीं ले रही है और बैठक के दौरान सामूहिक निर्णय लिया जाएगा. उन्होने कहा कि अभी ये नहीं कहा जा सकता है कि किन मुद्दों पर चर्चा होगी, लेकिन बैठक के बाद इसकी जानकारी दी जाएगी.