Delhi: रिमोट वोटिंग मशीन (RVM) को लेकर रविवार को दिल्ली में विपक्षी दलों की बड़ी बैठक हुई. विपक्षी दलों की इस बैठक में टीएमसी, समाजवादी पार्टी और एनसीपी जैसी प्रमुख पार्टियां में मौजूद नहीं थीं. बैठक के बाद कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह ने कहा कि अधिकतर विपक्षी दलों ने रिमोट इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (आरवीएम) पर निर्वाचन आयोग के प्रस्ताव का विरोध करने का फैसला किया है क्योंकि यह अधूरा है और पूर्ण नहीं है. 


उन्होंने बताया की इस बैठक में  कांग्रेस, जनता दल (यूनाइटेड), भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (भाकपा), मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा), नेशनल कॉन्फ्रेंस, झारखंड मुक्ति मोर्चा सहित अन्य दलों के नेताओं ने भाग लिया. 


TMC की अनुपस्थिति पर कहा 


टीएमसी की अनुपस्थिति पर दिग्विजय सिंह ने कहा कि हमें अभी तक पार्टी के रुख के बारे में पता नहीं है, लेकिन हम उनके विचार के बारे में चर्चा करेंगे और अपडेट करेंगे. सपा और राकांपा की अनुपस्थिति को लेकर कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह ने कहा कि अखिलेश यादव और शरद पवार ने सहमति दी है. 


25 जनवरी को होगी फिर बैठक 


सीपीआई नेता डी राजा ने कहा कि आज की बैठक में शामिल सभी दल इस मुद्दे को कल चुनाव आयोग के समक्ष उठाएंगे. उन्होंने बताया कि इस मुद्दे पर विचार-विमर्श करने और आगे की सहमति प्राप्त करने के लिए 25 जनवरी को फिर बैठक होगी.  


आज बसपा सुप्रीमो मायावती ने भी ईवीएम की विश्वसनीयता का मुद्दा उठाया और बैठक में मायावती की अनुपस्थिति के बारे में पूछे जाने पर दिग्विजय ने कहा कि एक तरफ वह ईवीएम पर सवाल उठा रही हैं और दूसरी तरफ वह इसमें शामिल नहीं हो रही हैं. हर पार्टी को अपने विचार रखने का अधिकार है. 


RVM पर कल ECI की बैठक


चुनाव आयोग ने 29 दिसंबर को कहा था कि उसने चुनाव में वोटरों की भागीदारी बढ़ाने के लिए उसने घरेलू प्रवासी मतदाताओं के लिए रिमोट इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन का एक शुरुआती मॉडल तैयार किया है. 16 जनवरी को होने वाली बैठक में सभी राजनीतिक दलों के समक्ष इस मशीन का प्रदर्शन किया जाएगा. रिमोट वोटिंग मशीन का मकसद किसी को भी अपने वोटिंग अधिकार से वंचित नहीं रखना है.


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