Opposition MPs Suspended: लोकसभा और राज्यसभा में मंगलवार (19 दिसंबर) को भी संसद की सुरक्षा में चूक को लेकर गतिरोध जारी रहा. इस बीच संसद के निचले सदन लोकसभा से फारूक अब्दुल्ला, शशि थरूर और मनीष तिवारी सहित 49 और विपक्षी सदस्यों को शीतकालीन सत्र के बचे हुए दिनों के लिए निलंबित कर दिया गया. इससे पहले सोमवार को 33 लोकसभा सांसदों को निलंबित किया गया था वहीं राज्यसभा से 45 सांसदों को निलंबित किया गया. वहीं गुरुवार (14 दिसंबर) को लोकसभा से 13 और राज्यसभा से एक सांसद को निलंबित किया गया था. अब तक 141 सांसदों को मौजूदा सत्र में निलंबित किया गया है. पूरे मामले को लेकर सरकार ने कहा कि विपक्ष संसद नहीं चलने दे रहा. वहीं कांग्रेस सहित अन्य विपक्षी दलों ने कहा कि लोकतंत्र की हत्या हुई है. बड़ी बातें-


1. लोकसभा में तख्तियां दिखाने और सदन की अवमानना को लेकर कांग्रेस के शशि थरूर, मनीष तिवारी, गुरजीत सिंह औजला, सप्तगिरि उलाका, प्रद्युत बोरदोलोई, गीता कोड़ा, ज्योत्सना महंत, जसवीर गिल, कार्ति चिदंबरम, मोहम्मद सादिक, एम के विष्णु प्रसाद, रवनीत सिंह बिट्टू, के. सुधाकरन, वी. वैथिलिंगम, फ्रांसिस्को सरदिन्हा, अदूर प्रकाश, चेल्ला कुमार और प्रतिभा सिंह शामिल हैं. डीएमके के निलंबित किए गए सदस्यों में एस. जगतरक्षण, एस. आर. पार्थिबन, ए. गणेश मूर्ति, पी. वेलूस्वामी, डीएनवी सेंथिल कुमार और एम. धनुष कुमार, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) के निलंबित सदस्यों में सुप्रिया सुले, अमोल कोल्हे और पी.पी. मोहम्मद फैजल शामिल हैं. लोकसभा से जनता दल (यू) के राजीव रंजन सिंह, गिरधारी यादव, संतोष कुमार, दुलाल चंद गोस्वामी, दिनेश चंद्र यादव, महाबली सिंह, दिनेश्वर कामत, सुनील कुमार, चंद्रेश्वर प्रसाद और आलोक कुमार सुमन को भी सदन से निलंबित किया गया है. टीएमसी के सुदीप बंदोपाध्याय, माला राय, सजदा अहमद और खलीलुर रहमान को, समाजवादी पार्टी की डिंपल यादव और एस टी हसन को और नेशनल कॉन्फ्रेंस के फारूक अब्दुल्ला और हसनैन मसूदी को भी निलंबित कर दिया गया है. बहुजन समाज पार्टी से हाल में निलंबित किए गए लोकसभा सदस्य दानिश अली, वीसीके सांसद थोल तिरुमावलवन, आईयूएमएल के अब्दुस समद समदानी और आम आदमी पार्टी के सुशील कुमार रिंकू को भी निलंबित किया गया है. 


2. सुप्रिया सुले ने निलंबित होने पर कहा कि ये बुरी बात है. उन्होंने न्यूज एजेंसी पीटीआई से बात करते हुए कहा, ''आज बुरी बात हुई है. हम किसानों के लिए खड़े हुए थे. ऐसे में हमे संस्पेड कर दिया गया. जो भी गरीबों, किसानों और जांच करने वालों के लिए खड़े हुए थे. ये तो आपातकाल हो गया लोकतंत्र के लिए काला दिन है.''  


3. संसद परिसर में विरोध प्रदर्शन के दौरान तृणमूल कांग्रेस के नेता कल्याण बनर्जी ने सभापति और उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ का नकल किया. इसका वीडियो कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी बना रहे थे. इसको लेकर उपराष्ट्रपति धनखड़ ने कड़ी आपत्ति जताई. उन्होंने बिना नाम लिए कहा, ''मैंने कुछ देर पहले एक टीवी चैनल पर देखा. गिरावट की कोई हद नहीं है. एक बड़े नेता, एक सांसद के असंसदीय व्यवहार का वीडियो बना रहे थे. आपसे भी बहुत बड़े नेता है. मैं तो यही कह सकता हूं कि उन्हें सद्बुद्धि आए. कुछ तो सीमा होती होगी. कुछ जगह तो बख्शो.’’  धनखड़ ने कहा, ‘‘कल्पना करिए, आपकी पार्टी का एक बड़ा नेता... वरिष्ठ नेता... एक दूसरी पार्टी के वरिष्ठ सदस्य की वीडियोग्राफी कर रहा है. राज्यसभा के सभापति की मिमिक्री (नकल) कर रहा है, लोकसभा अध्यक्ष की मिमिक्री कर रहा है. कितनी गलत बात है.. कितनी शर्मिंदगी भरी बात है. यह अस्वीकार्य है.’’


4. संसद के दोनों सदनों से निलंबित किए गए विपक्षी सांसदों ने संसद परिसर में प्रदर्शन किया. परिसर में महात्मा गांधी की प्रतिमा के समक्ष निलंबित सांसदों के विरोध प्रदर्शन में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे, पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के प्रमुख शरद पवार सहित कई नेता शामिल हुए. कई विपक्षी सांसदों के हाथों में तख्तियां थीं जिन ‘डेमोक्रेसी अंडर सीज’ (लोकतंत्र को बंधक बनाया गया) और कुछ अन्य नारे लिखे हुए थे. इस दौरान विपक्षी नेताओं  ने ‘गृह मंत्री इस्तीफा दो’ के नारे भी लगाए. 


5. कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने सांसदों के निलंबन पर केंद्र सरकार पर निशाना साधा. उन्होंने संसद परिसर में कहा, ''आप देख ही रहे हैं कि क्या हो रहा है.''  


6, कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने मांग की कि गृह मंत्री अमित शाह सदन के भीतर बयान दें. उन्होंने कहा, ''हम सिर्फ यही चाहते हैं कि सुरक्षा चूक के विषय पर गृह मंत्री सदन में आकर बयान दें. वह क्यों भाग रहे हैं, मुझे मालूम नहीं है. संसद का सत्र जारी है, लेकिन वह सदन के बाहर बयान दे रहे हैं. ऐसा कभी नहीं होता है. जो बातें सदन में बोलनी हैं, वह बाहर बोली जाती हैं तो इससे सदन की गरिमा को ठेस पहुंचती हैं. ’’


7. यूपी के पूर्व सीएम और समाजवादी पार्टी के चीफ अखिलेश यादव ने बीजेपी पर निशाना साधते हुए कहा कि मनमानी चीज करने की शुरुआत है. उन्होंने न्यूज एजेंसी एएनआई से बात करते हुए कहा, '' बीजेपी लोकतंत्र का मंदिर बोलती है. हम समय पर बोलते रहे हैं कि ये लोकतंत्र का मंदिर है. बीजेपी इसे कैसे लोकतंत्र का मंदिर कहेगी जब विपक्ष को इस तरीके से बाहर कर दिया जाएगा. ये अगली (बीजेपी) बार आ गए तो बाबासाहेब का संविधान खत्म हो जाएगा. हम दरवाजे से नहीं घुस पाएंगे.'' 


8. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पूरे मामले को लेकर विपक्ष पर निशाना साधा. पीएम मोदी ने कहा कि विपक्ष का यही आचरण रहा तो 2024 के लोकसभा चुनावों में उनकी संख्या और कम हो जाएगी. संसदीय कार्य मंत्री प्रह्लाद जोशी ने बताया कि बीजेपी संसदीय दल की बैठक को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने संसद की सुरक्षा में सेंध को उचित ठहराने के प्रयासों पर भी चिंता व्यक्त की और कहा कि यह उतना ही चिंताजनक है जितना की सुरक्षा में सेंध का मुद्दा है. 


9. बीजेपी नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद के अनुसार, पीएम मोदी ने कहा, ‘‘लोकतांत्रिक मूल्यों में विश्वास रखने वाली पार्टी खुले तौर पर या गुप्त रूप से इसे कैसे सही ठहरा सकती है.’’ रविशंकर प्रसाद ने बताया कि पीएम मोदी ने कहा कि विपक्षी दल हालिया विधानसभा चुनावों में अपनी हार से हताश और निराश हैं और इसलिए संसद की कार्यवाही बाधित कर रहे हैं. उन्होंने बीजेपी सदस्यों से गरिमा बनाए रखने और लोकतांत्रिक आचरण करने का आह्वान किया.


10.  संसद की सुरक्षा में सेंध का मामला बुधवार (13 दिसंबर) सामने आया था. इस दिन दर्शक दीर्घा से सागर शर्मा और मनोरंजन डी लोकसभा में सांसदों की बैठने वाली जगह पर कूद गए और केन के माध्यम से धुंआ फैला दिया इस दौरान ही परिसर में तानाशाही नहीं चलेगी नारा लगाते हुए नीलम और अमोल शिंदे ने केन के जरिए धुंआ फैला दिया था. इस मामले को लेकर ही विपक्ष सदन में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के बयान देने की मांग कर रहे हैं. 


इनपुट भाषा से भी. 


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