Total 141 MPs Suspended: संसद की सुरक्षा में सेंध मामले पर केंद्रीय गृहमंत्री के बयान की मांग पर विपक्ष का हंगामा नहीं थम रहा है. इस बीच लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला भी सख्ती बरत रहे हैं. मंगलवार (19 दिसंबर ) को लोकसभा से और 49 सांसदों को सस्पेंड कर दिया गया. इसके साथ ही कुल सस्पेंडेड सांसदों की संख्या बढ़कर 141 हो गई है.


लोकसभा में चेयर के अपमान के आरोप में इन सभी सांसदों को सस्पेंड किया गया है. मंगलवार को जिन सांसदों को निलंबित किया गया है उनमें कांग्रेस सांसद शशि थरूर, सपा सांसद डिंपल यादव और एनसीपी सांसद सुप्रिया सुले का नाम भी शामिल है. सोमवार तक संसद के कुल 92 सांसद सस्पेंड थे.


ये बड़े नेता सस्पेंड


सस्पेंड किए गए सांसदों में कांग्रेस नेता मनीष तिवारी, कार्ति चिदंबरम, शशि थरूर, बीएसपी (निष्कासित) दानिश अली, एनसीपी की सुप्रिया सुले, सपा सांसद एसटी हसन, टीएमसी सांसद माला रॉय, सपा नेता डिंपल यादव और आम आदमी पार्टी के सांसद सुशील कुमार रिंकू भी शामिल हैं. 


'चुनावों में हार से हताश हैं'
संसद में हंगामे पर संसदीय कार्यमंत्री प्रह्लाद जोशी ने कहा कि विपक्ष सदन में तख्तियां लाकर देश की जनता का अपमान कर रहे हैं. हाल के चुनावों में मिली हार के बाद वो हताश हैं. यदि उनका यही व्यवहार जारी रहा तो वे अगले चुनाव के बाद वापस नहीं आएंगे. ये फैसला हो चुका था कि वे सदन में तख्तियां लेकर नहीं आएंगे. ये स्पीकर के सामने तय हुआ था.


इन सांसदों को किया सस्पेंड


संसदीय कार्य राज्य मंत्री अर्जुन राम मेघवाल ने 49 विपक्षी सदस्यों का नाम लेकर उन्हें तख्तियां दिखाने और आसन की अवमानना करने के मामले में निलंबित करने का प्रस्ताव रखा जिसे सदन ने ध्वनिमत से पारित कर दिया. निलंबित किए गए सदस्यों में कांग्रेस के शशि थरूर, मनीष तिवारी, गुरजीत सिंह औजला, सप्तगिरि उलाका, प्रद्युत बोरदोलोई, गीता कोड़ा, ज्योत्सना महंत, जसवीर गिल, कार्ति चिदंबरम, मोहम्मद सादिक, एम के विष्णु प्रसाद, रवनीत सिंह बिट्टू, के. सुधाकरन, वी. वैथिलिंगम, फ्रांसिस्को सरदिन्हा, अदूर प्रकाश, चेल्ला कुमार और प्रतिभा सिंह शामिल हैं.


द्रविड़ मुनेत्र कषगम (द्रमुक) के निलंबित किए गए सदस्यों में एस. जगतरक्षण, एस. आर. पार्थिबन, ए. गणेश मूर्ति, पी. वेलूस्वामी, डीएनवी सेंथिल कुमार और एम. धनुष कुमार, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के निलंबित सदस्यों में सुप्रिया सुले, अमोल कोल्हे और पी.पी. मोहम्मद फैजल शामिल हैं.


लोकसभा से जनता दल (यू) के राजीव रंजन सिंह, गिरधारी यादव, संतोष कुमार, दुलाल चंद गोस्वामी, दिनेश चंद्र यादव, महाबली सिंह, दिनेश्वर कामत, सुनील कुमार, चंद्रेश्वर प्रसाद और आलोक कुमार सुमन को भी सदन से निलंबित किया गया है.
तृणमूल कांग्रेस के सुदीप बंदोपाध्याय, माला राय, सजदा अहमद और खलीलुर रहमान को, समाजवादी पार्टी की डिंपल यादव और एस टी हसन को तथा नेशनल कॉन्फ्रेंस के फारूक अब्दुल्ला एवं हसनैन मसूदी को भी निलंबित कर दिया गया है. इनके अलावा बहुजन समाज पार्टी से हाल में निलंबित किए गए लोकसभा सदस्य दानिश अली, वीसीके सांसद थोल तिरुमावलवन, आईयूएमएल के अब्दुस समद समदानी और आम आदमी पार्टी के सुशील कुमार रिंकू को भी निलंबित किया गया है. 


अध्यक्ष ने दी थी चेतावनी


सदन की कार्यवाही जैसे ही शुरू हुई विपक्षी सदस्य हाथों में तख्तियां लेकर, नारे लगाते हुए और प्रधानमंत्री का फोटो लहराते हुए आसन के सामने आ गए और नारेबाजी करते हुए हंगामा करने लगे. हंगामे के बीच ही प्रश्नकाल चलाने का अध्यक्ष ने प्रयास किया लेकिन सदस्य जोर-जोर से नारे लगाने लगे. अध्यक्ष ओम बिरला ने सदस्यों को हंगामा नहीं करने और नियमों से सदन की कार्यवाही चलते रहने का आग्रह किया लेकिन किसी ने उनकी बात नहीं सुनी.


इस पर अध्यक्ष बिरला ने कहा “यह सदन आपका है. सदन नियम और परिपाटी से चलती है. नियम आपने ही बनाए हैं. आपने भी कहा था कि सदन में तख्तियां लेकर नहीं आना है. तख्तियां लेकर आएंगे तो सदन नहीं चलेगी. मैं किसी सदस्य के खिलाफ कार्रवाई नहीं करना चाहता हूं लेकिन सदन में मर्यादा बनाए रखना जरुरी है, क्योंकि सदन नियम और व्यवस्था से ही चलती है. पूरा देश सदन की कार्यवाही देख रहा है. देश का यह सर्वोच्च लोकप्रिय सदन है लेकिन आप सदन की मर्यादा को तोड़ रहे हैं, नियम से सदन को नहीं चलने दे रहे है और व्यवस्था तथा परंपरा को तोड़ रहे हैं इसलिए आपको अंतिम चेतावनी दे रहा हूं कि आसन के सामने कोई सदस्य तख्तियां लेकर नहीं आए.”


'ऐसी घटनाओं पर राजनीति दुखद'


हंगामा कर रहे विपक्षी सांसदों को चेतावनी देते हुए लोकसभा स्पीकर ओम बिरला ने कहा कि यह दुख की बात है कि ऐसी घटनाओं पर राजनीति हो रही है. दूसरी ओर राज्यसभा सभापति जगदीप धनखड़ ने कहा कि कई सांसद जानबूझकर सदन की अवहेलना कर रहे हैं, जिससे कामकाज में दिक्कतें आ रही है, इसीलिए सांसदों को सस्पेंड किया जा रहा है.


संसद के शीतकालीन सत्र की कार्यवाही 22 दिसंबर तक चलनी है. पिछले हफ्ते बुधवार को संसद में चूक के मामले को लेकर विपक्ष के लगातार हंगामे की वजह से 92 सांसदों को निलंबित किया गया था. इसके बाद मंगलवार को लोकसभा की कार्यवाही शुरू होते ही विपक्षी सांसदों ने जबर्दस्त हंगामा किया. कुछ विपक्षी सांसद नारे लगे तख्तियां और पीएम मोदी का एक मॉर्फ्ड फोटो के साथ सदन में आए हुए थे. इसको लेकर लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने विपक्षी सांसदों को सस्पेंड किया है.


 ये भी पढ़ें:Parliament Winter Session: 'नियमों से चलेगी संसद, ये लास्ट वॉर्निंग...', कहकर ओम बिरला ने 49 सांसद और कर दिए सस्पेंड