पटना: देश के अलग-अलग हिस्सों में नागरिकता क़ानून के विरोध में प्रदर्शन किए जा रहें हैं. बिहार के कुछ हिस्सों में भी इस क़ानून का विरोध किया जा रहा है. बिहार में बीजेपी-जेडीयू की गठबंधन सरकार है जिसका नागरिकता क़ानून को समर्थन है. लिहाज़ा विपक्षी पार्टियों द्वारा अलग-अलग दिन बिहार बंद का एलान किया गया है.


दो दिन बिहार बंद


नागरिकता क़ानून के विरोध में बिहार बंद का एलान अलग-अलग संगठनों की तरफ से किया गया है. ग़ौरतलब है कि बंद के लिए 19 और 21 दिसम्बर की तारीख़ तय की गयी है. इसमें लेफ़्ट संगठन के कार्यकर्ताओं ने प्रदर्शन का एलान किया है. वहीं 21 दिसम्बर को आरजेडी ने बिहार बंद का एलान किया है. पप्पू यादव की पार्टी 'जाप' दोनों ही दिन प्रदर्शन को समर्थन देने सड़क पर उतरेगी.


पप्पू यादव हुए हाउस अरेस्ट, प्रदर्शन पर लगी रोक


जन अधिकार पार्टी के अध्यक्ष पप्पू यादव को पुलिस ने उन्हीं के घर में नजरबंद कर दिया है. पटना पुलिस आज पप्पू यादव के घर पहुंची और 107 का ऑर्डर दिखाया. इसके बाद हाउस अरेस्ट करते हुए उनके घर से बाहर निकलने पर रोक लगा दी. बताया जा रहा है कि आज पप्पू यादव एनआरसी, महिला सुरक्षा और जामिया में हुए छात्रों पर लाठीचार्ज के खिलाफ पटना विश्वविद्यालय से प्रदर्शन करने वाले थे. पप्पू यादव ने इस पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा, हमें 107 का नोटिस दिया गया है और बाहर निकलने पर पाबंदी लगा दी गई है.






पप्पू यादव ने कहा, ये राज्य और केंद्र सरकार की तानाशाही है. नीतीश कुमार और नरेंद्र मोदी के बारे में क्या कह सकते है. जो हाल है दोनों चोर चोर मौसेरे भाई हैं. जो मन में आएगा करेंगे. उन्होंने कहा कि इन्हीं मुद्दों को लेकर हमने आगामी 19 दिसंबर को बंद का आवाहन किया है. इसमें जाप, वामपंथी, एनओसीआई सभी शामिल हैं. सभी एक मजबूत विपक्ष बनकर देश की एकता, अखण्डता, संविधान की रक्षा, महिलाओं की सुरक्षा के लिए आवाज देंगे.


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