Opposition Party Meeting: बीजेपी के खिलाफ लोकसभा चुनाव को देखते हुए एकजुट होने में लगे विपक्षी दलों की अगली मीटिंग कर्नाटक के बेंगलुरु में 17 और 18 जुलाई को होगी. कांग्रेस की मेजबानी में होने वाली इस बैठक में 24 दल शामिल हो सकते हैं. 


न्यूज एजेंसी पीटीआई ने सूत्रों के हवाले से बताया कि इस बैठक में एमडीएमके, केडीएमके, वीसीके, रिवोल्यूशनरी सोशलिस्ट पार्टी (आरएसपी), फॉरवर्ड ब्लॉक, इंडियन यूनियन मुस्लिम लीग (आईयूएमएल), और केरल कांग्रेस (मणि) को बुलाया गया है. इसके अलावा दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की आम आदमी पार्टी (AAP) को भी निमंत्रण भेजा गया है, लेकिन आप ने इस पर रुख साफ नहीं किया है. 


कौन-कौन सी पार्टियां शामिल हो सकती हैं?
बिहार के पटना में जेडीयू की ओर से मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की मेजबानी में 15 बड़े दल शामिल हुए थे. इसमें कांग्रेस की ओर से अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे, पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी, तृणमूल कांग्रेस की ओर से पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी, झामुमो की ओर से झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन, समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव, शिवसेना (यूबीटी) के चीफ औऱ पूर्व सीएम उद्धव ठाकरे थे, 


इसके अलावा इस मीटिंग में राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के चीफ शरद पवार, डीएमके की ओर से तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन, नेशनल कांफ्रेस से उमर अब्दुल्ला, पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी से महबूबा मुफ्ती, भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के महासचिव डी राजा, मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) के महासचिव सीताराम येचुरी और कुछ अन्य नेता इस बैठक में शामिल हुए.


हालांकि पटना में मीटिंग में राष्ट्रीय लोक दल के अध्यक्ष जयंत चौधरी पारिवारिक कार्यक्रम के चलते शामिल नहीं हो सके थे. 


ऐसे में माना जा रहा है बेंगलुरु में होने वाली मीटिंग में ये पार्टी फिर से शामिल होगी क्योंकि इन सभी पार्टियों ने पटना में हुई बैठक के बाद ज्वाइंट प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए एकजुटता की बात दोहराई थी. बनर्जी, खरगे और एनसीपी चीफ शरद पवार सहित सभी नेताओं ने बेंगुलरु में होने वाली मीटिंग को लेकर हामी भरी थी. 


आप ने मीटिंग में शामिल होने पर क्या कहा?
आप केराज्यसभा सांसद राघव चड्ढा ने पार्टी को मीटिंग में बुलाने को लेकर कहा कि हम इस पर विचार करेंगे क्योंकि दिल्ली के अध्यादेश पर कांग्रेस ने अभी तक अपना रुख साफ नहीं किया है.  पटना में हुई 23 जून की बैठक के दौरान आप के राष्ट्रीय संजोयक केजरीवाल ने अध्यादेश का मामला उठाते हुए कांग्रेस से इस पर स्टैंड साफ करने को कहा था.  


कांग्रेस ने क्या कहा? 
कर्नाटक के उपमुख्यमंत्री डी के शिवकुमार ने सोमवार (10 जुलाई) को उम्मीद जतायी थी कि कांग्रेस की पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी विपक्षी दलों की बैठक में भाग लेंगी. उन्होंने कहा कि इसको लेकर खरगे ने कांग्रेस की वरिष्ठ नेता सोनिया गांधी से अनुरोध किया है. बता दें कि पटना में होने वाली मीटिंग में वो शामिल नहीं थीं. 


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