Opposition Meeting Lunch Menu: पटना में शुक्रवार (23 जून) को विपक्षी दलों की बैठक के बाद दोपहर के भोजन में लिट्टी चोखा, गुलाब जामुन, जलेबी, कई प्रकार के शरबत और बिहार के कई अन्य पारंपरिक व्यंजन परोसे गए. विपक्षी दलों के नेताओं के लिए भोज की मेजबानी बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने की.
न्यूज एजेंसी पीटीआई के मुताबिक, कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने परोसे गए पारंपरिक व्यंजनों की तारीफ की. उन्होंने कहा, ''नीतीश जी की ओर से आयोजित दोपहर के भोजन में बिहार के सभी पारंपरिक व्यंजन थे. शानदार लिट्टी-चोखा और विशेष गुलाब-जामुन परोसे गए... इसके लिए मैं नीतीश जी को धन्यवाद देता हूं. भोजन में बिहारी व्यंजनों के साथ बहुत अच्छा समय बिताया.''
इन विशेष व्यंजनों का भी लिया गया स्वाद
मेहमानों को परोसे गए भोजन में बिहार की प्रसिद्ध मखाना खीर, सिलाव का खाजा, मनेर का लड्डू और धनरुआ में बनाई जानी वाली एक स्थानीय मिठाई लाई (धनरुआ की लाई) भी शामिल थी. लिट्टी परंपरागत रूप से बिहार, झारखंड और पूर्वी उत्तर प्रदेश के लोगों के लिए एक बेहद लोकप्रिय और सुविधाजनक भोजन माना जाता है.
क्यों हुई विपक्षी नेताओं की बैठक?
बता दें कि बिहार के सीएम नीतीश कुमार की ओर से बुलाई गई विपक्षी दलों की पहली संयुक्त बैठक में करीब 15 दलों से मिलाकर 30 नेताओं ने हिस्सा लिया. बैठक में नेताओं ने लोकसभा चुनाव 2024 में बीजेपी के खिलाफ एकजुट होकर लड़ने का संकल्प लिया. विपक्षी दलों की अगली बैठक अब जुलाई में शिमला में बुलाई गई है, जहां आगे के एजेंडे और रणनीति पर नेता चर्चा करेंगे.
विपक्षी दलों की बैठक में ये नेता हुए शामिल
पटना में इस बैठक में जो नेता शामिल हुए, उनमें कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे, कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी, एनसीपी प्रमुख शरद पवार, पश्चिम बंगास की सीएम ममता बनर्जी, तमिलनाडु के सीएम एमके स्टालिन, दिल्ली के मुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल, झारखंड के सीएम हेमंत सोरेन, समाजवादी पार्टी सुप्रीमो अखिलेश यादव, शिवसेना (यूबीटी) नेता उद्धव ठाकरे, जम्मू-कश्मीर के पूर्व सीएम उमर अबदुल्ला और महबूबा मुफ्ती और कई अन्य नेता शामिल थे.