नई दिल्ली: उत्तर प्रदेश के नए सीएम आदित्यनाथ योगी को उनके विरोधी और सहयोगी सभी सलाह दे रहे हैं. केंद्र में बीजेपी सरकार की सहयोगी शिवसेना ने आदित्यनाथ योगी को सलाह दी है. शिवसेना के नेता संजय राउत ने कहा है कि अब विवादास्पद बयानों से काम नहीं चलेगा, अगर ऐसा हुआ तो पूरे राज्य का माहौल खराब होगा, इसलिए अब उन्हें विकास की बात करनी चाहिए.


वहीं एनसीपी अध्यक्ष शरद पवार ने कहा कि योगी के सीएम बनने से यूपी में मंदिर-मस्जिद की राजनीति तेज होगी. 2019 के लिए बीजेपी के खिलाफ विपक्ष को एकजुट होने की जरूरत.


यूपी कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष राज बब्बर ने कहा कि योगी कट्टर हिंदुत्व के प्रतीक हैं, लेकिन उम्मीद करता हूं, वो सबको साथ लेकर चलेंगे, कांग्रेस सहयोग करेगी.


समाजवादी पार्टी के महासचिव रामगोपाल यादव ने कहा कि अभी छह महीने वो कुछ नहीं बोलेंगे सिर्फ सरकार के काम पर नजर रखेंगे. उन्होंने कहा कि मैं कामना करता हूं कि आदित्यनाथ योगी अच्छे सीएम साबित हों.


फुल एक्शन में योगी सरकार!
विपक्षियों के आरोपों और सलाह के बीच सीएम आदित्यनाथ योगी एक्शन में नजर आ रहे हैं. उन्होंने यूपी के प्रमुख सचिवों को बीजेपी का घोषणापत्र सौंपकर 100 दिन का एजेंडा तैयार करने का निर्देश दिया है. इसके साथ ही सभी सरकारी अधिकारियों और मंत्रियों को 15 दिनों में अपनी संपत्ति का ब्योरा देने को भी कहा है.


सीएम आदित्यनाथ योगी ने राज्य की कानून व्यवस्था को लेकर डीजीपी जाविद अहमद के साथ बैठक भी की. सीएम ने तनाव पैदा करने की कोशिश करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए.