Union Budget 2018: बजट पर विपक्ष के तेवर तीखे, अखिलेश यादव और केजरीवाल भी नाराज
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी समेत पूरी बीजेपी जहां बजट की तारीफें कर रही है और इसे आम आदमी के लिए बेहतर भविष्य वाला बजट बता रही है वहीं दूसरी ओर विपक्ष के नेताओं ने बजट को निराशाजनक बताते हुए सरकार पर निशाना साधा है.
नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी समेत पूरी बीजेपी जहां बजट की तारीफें कर रही है और इसे आम आदमी के लिए बेहतर भविष्य वाला बजट बता रही है वहीं दूसरी ओर विपक्ष के नेताओं ने बजट को निराशाजनक बताते हुए सरकार पर निशाना साधा है.
आम आदमी पार्टी के नेता और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि सरकार ने दिल्ली के साथ सौतेला व्यवहार किया है. मुझे उम्मीद थी कि दिल्ली को महत्वपूर्ण इंफ्रास्ट्रक्चर प्रोजेक्ट्स के लिए आर्थिक मदद मिलेगी मगर ऐसा नहीं हुआ.
समाजवादी पार्टी के नेता और उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने ट्वीट किया,"गरीब-किसान-मजदूर को निराशा, बेरोजगार युवाओं को हताशा, कारोबारियों, महिलाओं, नौकरीपेशा और आम लोगों के मुँह पर तमाचा. ये जनता की परेशानियों की अनदेखी करने वाली अहंकारी सरकार का विनाशकारी बजट है. आख़री बजट में भी भाजपा ने दिखा दिया कि वो केवल अमीरों की हिमायती है. अब जनता जवाब देगी."
देश के पूर्व प्रधानमंत्री एचडी देवगौड़ा भी बजट से खासे खुश नहीं दिखे. उन्होंने कहा कि केंद्रीय वित्तमंत्री अरुण जेटली ने किसानों की समस्याओं में सुधार के लिए कोशिश की है लेकिन ये काफी नहीं है.
कांग्रेस का रुख
कांग्रेस प्रवक्ता रनदीप सुरजेवाला ने ट्विटर पर लिखा," न सोच, ना रास्ता, न विज़न, ना क्रियान्वन. हमेशा बातों से काम, पर काम की बात नहीं! सही कहा- नाम बड़े और दर्शन छोटे!"
कांग्रेस प्रवक्ता अखिलेश सिंह ने भी एबीपी न्यूज़ से बात करते हुए बजट को घोर निराशाजनक बताया और कहा कि बजट में सभी वर्गों की, खास तौर पर मिडिल क्लास की उपेक्षा की गई है.
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि बजट उम्मीदों को पूरा करने वाला नहीं है. इसमें आम जनता के लिए कुछ भी अच्छा नहीं है. समाज के सभी वंचित वर्गों की उम्मीदें इस बजट से पूरी नहीं हो सकतीं.
इसके बीच जब मीडिया ने कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी से बात करनी चाही तो उन्होंने सभी सवाल गंभीरता से सुने लेकिन उसके बाद वह बिना कुछ कहे ही वहां से निकल गए.