Opposition Parties Protest at Jantar Mantar: दक्षिण भारत के तीन राज्य कर्नाटक, केरल और तमिलनाडु की राजनीतिक पार्टियां केंद्र सरकार पर बजट आवंटन राशि में भेदभाव करने के आरोप लगा रही हैं. इसको लेकर दिल्ली के जंतर-मंतर पर विरोध प्रदर्शन किया गया. जिसमें गुरुवार (8 फरवरी) को केरल के मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन के साथ-साथ दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और पंजाब के सीएम भगवंत मान, सीपीआई (एम) के महासचिव सीताराम येचुरी, डी. राजा समेत तमाम विपक्षी नेता प्रदर्शन में पहुंचे.
दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए कहा, "आज केरल के मुख्यमंत्री को अपना काम छोड़ कर यहां धरने पर आना पड़ा. आधे देश में विपक्ष की सरकारें हैं. केंद्र ने हमारे साथ हिन्दुस्तान-पाकिस्तान कर रखा है. हम सरकार से पूछना चाहते हैं कि क्या आप दूसरे राज्यों के लोगों को अपना नहीं समझते. राज्य सरकार की क्या-क्या पावर है. सब संविधान में लिखा है, लेकिन हमें काम नहीं करने दिया जा रहा है."
'विपक्षी दल की सरकारों को किया जा रहा तीन तरह से तंग'
सीएम केजरीवाल ने कहा, "केंद्र सरकार की ओर से विपक्षी दलों के शासन वाले राज्यों को 3 तरह से तंग किया जा रहा है. इन राज्यों को फंड नहीं दिया जा रहा, गवर्नर के जरिए टांग अड़ा रहे हैं और सरकारी एजेंसियों का इस्तेमाल करके किसी को भी जेल में डालने का काम कर रहे हैं."
'पंजाब के 3 करोड़ लोगों का हक मांगने आए भगवंत मान'
उन्होंने आरोप लगाया, "राज्यों को उनका जायज फंड भी नहीं दिया जा रहा है. हम भीख मांगने नहीं आए हैं. पंजाब के मुख्यमंत्री 3 करोड़ लोगों का हक मांगने आए हैं. मैं, दिल्ली के लोगों का हक मांगने आया हूं. मैं, इनकम टैक्स में रहा हूं. मुझे पता है कि आप (केंद्र) राज्यों के लोगों का हक कैसे रोक सकता हैं."
'दिल्ली को सिर्फ 325 करोड़ रिटर्न मिलता है'
उन्होंने आगे कहा, "केरल और पंजाब का 8,000 करोड़ से ज्यादा का फंड रोका हुआ है. पंजाब का आरडीएफ का 5500 करोड़ रोका हुआ है, जिसके लिए सुप्रीम कोर्ट गए. हमें हर चीज के लिए सुप्रीम कोर्ट जाना पड़ रहा है. दिल्ली के लोग दो लाख करोड़ का टैक्स देते हैं और दिल्ली के लोगों को 325 करोड़ रिटर्न मिलता है. उन्होंने कहा कि गवर्नर और उप-राज्यपाल के माध्यम से राज्य सरकारों को तंग किया जा रहा है."
गवर्नर व एलजी पर कामकाज में बाधा पहुंचाने का आरोप
दिल्ली के सीएम ने आरोप लगाते हुए कहा, "पंजाब सरकार ने बजट बुलाने के लिए फाइल भेजी, उसको गवर्नर ने रोक दिया. बजट सेशन की परमिशन नहीं दी गई. सुप्रीम कोर्ट ने इस मामले पर लताड़ लगाई है. दिल्ली के हर काम में एलजी टांग अड़ाते हैं. पहले जो दोषी माना जाता था वो जेल जाता था. अब ये तय करते हैं, जेल भेजते हैं, फिर केस बनाते हैं." उन्होंने कहा कि अब पीएमएलए लाए हैं, किसी को भी पकड़ लेंगे.
'हेमंत सोरने के बाद मुझे भी जेल में भेज देंगे'
सीएम केजरीवाल ने कहा, "झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को जेल के अंदर डाल दिया गया है. कल ये मुझे भी पकड़ कर जेल भेज देंगे, किसी को भी जेल भेज देंगे, और सरकार तोड़ देंगे. मुझे भ्रष्ट कह रहे हैं. मैंने लोगों को बिजली मुफ्त कर दी. सभी का इलाज मुफ्त कर दिया. बीजेपी मुझे भ्रष्ट और चोर कह रही है." उन्होंने यह बात भी कही कि देश की आबादी 140 करोड़ हैं, समय का चक्र कब घूम जाए पता नहीं है. कहीं ये ना हो कि हम उधर हों, फिर यही कानून खाने को दौड़ेगा.
सीएम बनने के बाद भी जंतर-मंतर आना पड़ा- भगवंत मान
पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने कहा कि संघीय ढांचा को बचाने के लिए हम सब यहां एकत्र हुए हुए हैं. उन्होंने कहा कि आज यह दिन भी देखना था कि मुख्यमंत्री बनने के बाद भी यहां आना पड़ा. हमें अपने सचिवालय में होना चाहिए था. पंजाब खेती वाला राज्य हैं जिसका ग्रामीण विकास निधि (आरडीएफ) 5500 करोड़ रोका हैं. उन्होंने कहा कि पंजाब में बीजेपी कहीं नही हैं. सिर्फ दो विधायक हैं चाहे तो स्कूटर पर आ जाएं.
आप नेता ने गर्वनर के कामकाज पर भी सवाल खड़े किए. वहीं, हाल ही में चंडीगढ़ मेयर इलेक्शन में हुई कथित धांधली का मसला भी उठाया जोकि सुप्रीम कोर्ट के विचाराधीन है. किसानों से जुड़े कई मामलों को लेकर भी केंद्र सरकार पर हमला बोला.
यह भी पढ़ें: सोनिया गांधी हिमाचल से चुनी जा सकती हैं सांसद, कांग्रेस के खाते में आने वाली हैं राज्यसभा की 10 सीटें