BJP Saugat-e-Modi For EID: ईद के मौके पर भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने गरीब मुसलमानों के लिए ‘सौगात-ए-मोदी’ किट देने की घोषणा की है. यह अभियान भाजपा अल्पसंख्यक मोर्चा कीओर से चलाया जाएगा, जिसके तहत 32,000 पार्टी पदाधिकारी 32,000 मस्जिदों में संपर्क करेंगे और 32 लाख गरीब मुस्लिम परिवारों को यह किट वितरित करेंगे.


हालांकि बीजेपी के इस अभियान में विपक्ष को सिर्फ दिखावा और छलावा नजर आ रहा है. टीएमसी, राजद और कांग्रेस के सांसदों ने बीजेपी पर जमकर हमला किया है.


क्या है ‘सौगात-ए-मोदी’ योजना?
ईद के मौके पर गरीब मुस्लिम परिवारों को विशेष किट वितरित की जाएगी.
भाजपा अल्पसंख्यक मोर्चा के पदाधिकारी 32,000 मस्जिदों तक पहुंचेंगे.
अभियान का उद्देश्य मुस्लिम समुदाय में BJP की पैठ बनाना बताया जा रहा है.


विपक्ष ने किया BJP पर हमला
TMC सांसद कीर्ति आजाद ने कहा कि BJP का यह अभियान दिखावा और छलावा है. उन्होंने भाजपा की तुलना मगरमच्छ से करते हुए कहा कि मगरमच्छ दूर से हंसता है और पास आने पर खा जाता है, यही हाल बीजेपी का है.


राजद नेता अख्तरुल इस्लाम शाहीन की प्रतिक्रिया
राजद नेता अख्तरुल इस्लाम शाहीन ने कहा, "लात मारता है ऐसे तोहफे को हमारा समाज. संविधान से जो धार्मिक स्वतंत्रता का अधिकार मिला है, वो बहाल रहना चाहिए."


राज्यसभा सांसद मनोज झा का हमला
राज्यसभा सांसद मनोज झा ने कहा, "सौगात शब्द बोलने पर शर्म आनी चाहिए, यह लोकतंत्र है, राजतंत्र नहीं." उन्होंने कहा कि सरकार टैक्स पेयर के पैसे से कुछ भी दे रही है, इसे तोहफा या सौगात नहीं कहा जा सकता."


अखिलेश यादव का तंज
समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव ने तंज कसते हुए कहा, "अगर BJP इस पर्व को प्यार और सम्मान से मनाना चाहती है, तो अच्छी बात है, खुशी की बात है कि BJP अब इसे मानने लगी है."


वहीं, कांग्रेस सांसद इमरान मसूद ने इस अभियान का स्वागत करते हुए कहा, "यह अच्छी पहल है, लेकिन मुसलमानों को केवल ईद की सौगात नहीं, बल्कि स्वास्थ्य, शिक्षा और सुरक्षा की सौगात भी चाहिए. PM मोदी ‘छावा’ मूवी देख रहे हैं, दूसरी तरफ ईद की सौगात दे रहे हैं."


क्या BJP मुस्लिम वोटबैंक पर नजर गड़ा रही है?
BJP का यह कदम मुस्लिम समुदाय में अपनी पकड़ मजबूत करने की रणनीति माना जा रहा है. बता दें कि 2024 के लोकसभा चुनावों से पहले, पार्टी ने पसमांदा मुस्लिम समुदाय तक पहुंचने के लिए कई योजनाएं शुरू की थीं. क्या BJP का यह कदम वास्तव में मुस्लिम समुदाय के लिए है, या यह सिर्फ राजनीतिक रणनीति है? यह आने वाले समय में साफ होगा.




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